*श्री राधाकृष्ण मंदिर पर धूमधाम से सम्पन्न हुआ भगवान शालिग्राम ओर तुलसाजी का विवाह*
*महिलाओं ने गाये मंगलगीत लगाई तुलसी जी को हल्दी,मेहंदी, ढोल नगाड़ों ओर आतिशबाजी से निकली शालिग्रामजी की बारात*
(मनोज पुरौहित)
पेटलावद। 12 नवम्बर देवउठनी ग्यारस के शुभ अवसर पर प्रतिवर्षनुसार इस वर्ष भी सुभाष मार्ग स्थित भगवान श्री राधाकृष्ण जी मन्दिर पर तुलसी विवाह का आयोजन धूमधाम से सम्पन्न हुआ ।
*भगवान का होता है आव्हान*
पौराणिक मान्यताओं अनुसार देवशयनी ग्यारस से 04 माह की चिर निद्रा उपरांत भगवान देवउठनी ग्यारस को उठते हैं और मान्यता है कि तुलसी विवाह के माध्यम से भगवान का आव्हान किया जाता है ताकि वे संसार के प्रत्येक प्राणियों को आशीर्वाद देवे । यह आयोजन देवउठनी ग्यारस पर किये जाने का महत्व है ।
*महिलाओं ने मंगलगीत गाकर लगाई हल्दी ,मेहंदी निभाई रस्मे*
इस धार्मिक आयोजन में महिलाओं ने भगवान शालिग्राम जी और तुलसी विवाह के आयोजन में बडी संख्या में सहभागिता की। तुलसी विवाह के आयोजन्न में महिलाओं और भक्तो ने उपवास रखकर भजन कीर्तन करते हुए हल्दी, मेहंदी की रस्म सहित विधिविधान से पूजन-पाठ करते हुए तुलसीजी को लाल चुनरी भेट की व मंगलगीत गाये।
*बारात लेकर पहुचे शालिग्राम जी*हुआ पाणिग्रहण*
वही भगवान शालिग्राम जी भी धूमधाम से ढोल , नगाड़े,, शंख बजाते हुए आतिशबाजी कर बारात लेकर पहुँचे। भगवान शालिग्राम जी ओर तुलसी जी के पाणिग्रहण संस्कार ओर फेरो की परंपरा कमलेश मुकुटजी चोहान ने सपत्नीक सम्पन्न की। समस्त पूजन विधि श्री राधा कृष्ण मन्दिर के पुजारी रितेश जोशी और पीयूष जोशी ने सम्पन्न करवाई । विवाह उपरांत महाआरती उतारकर प्रसादी वितरण की गई ।