*गौ हत्या को बंद करो, तुम भारत में आनंद करों - सुश्री वैष्णवी भट्ट*
*कथा के चतुर्थ दिवस गौ सेवा की प्रेरणा देते हुए अन्य प्रसंगों के माध्यम से राधारानी के प्रेम का वर्णन किया।*
*विभिन्न संगठनों ने सम्मान किया और वरिष्ठजनों का हुआ सम्मान।*
(मनोज पुरौहित)
*पेटलावद।* ‘गौ हत्या को बंद करो, तुम भारत में आनंद करो‘‘* जैसे पक्तियों से गौ माता की अर्चना करते हुए गोपाष्टमी उत्सव मनाया। सुश्री वैष्णवी भट्ट ने कहा कि गौ माता सुख को प्रदान करने वाली है। हर हिंदू को विश्वास होना चाहिए कि गाय ही भाग्य विधाता है।गाय माता कामधेनु है हमे उसकी सेवा किसी लालच से नहीं करना चाहिए।गौमूत्र सभी व्याथीयों का नाश करता है। यह आयुर्वेद का प्रमाण है। हम सभी को गौ सेवा करना चाहिए।
श्री राधा रसामृत कथा के चतुर्थ दिवस गोपाष्टमी के आने से कथा प्रवक्ता के संग भक्तजनों ने गो सेवा के लिए स्थानीय गौ शाला पहुंचकर गौ माता की पूजन अर्चना कर उनकी सेवा की।
चतुर्थ दिवस की कथा प्रसंगों में भगवान की रोचक व प्रेम का संदेश देती हुई लीलाओं का वर्णन किया गया। जिसमे भगवान कृष्ण के दुल्हन बनने की कथा का वर्णन किया गया।
*भगवान का सामिप्य दुख दूर करता है।*
सुश्री भट्ट ने कहा कि भगवान कृष्ण को बांसुरी अति प्रिय थी। वे अपनी मधुर बासुरी वादन से गोपीयों को हमेशा रिछाते रहते थे। भगवान की बासुरी सुन कर गोपीयां सुध बुध खो देती थी। उन्हें संसार की कोई सुध नही रहती थी। भगवान का सामिप्य हर प्रकार के दुख को मिटा देता है। ऐसे ही आज भी मनुष्य भगवान का सामिप्य रहेगें तो वे संसार के दुखों से दुर रहेगें।कई बार गोपीयां भगवान की बांसुरी चुरा लेती थी। और उन लीलाओं के माध्यम से भी कई संदेश दिये गये है।
*रोम रोम में आंख हो जिससे ठाकुर जी के दर्शन हो।*
कथा प्रसंग में बताया कि किशोरी जी कहती है " *अंखीया हरि दर्शन की प्यासी।"* हमारा जन्म ब्रज में ठाकुर जी के दर्शन करने के लिये हुआ है । रोम रोम में आंखे बनाउ ताकी हर ओर श्याम सुंदर को ही देखे। तब जा कर हमारा मनोरथ पूर्ण होगी। ठाकुर जी टेढा मुकुट इसलिए धारण करते है जब श्री जी चलती है तो उन्हें छांव करने के लिए। भगवान में हमें दो नयन इसलिए दिये है कि एक में ठाकुर जी और दूसरी में श्री जी रहे।
*वरिष्ठजनों का सम्मान किया।*
कथा के दरम्यान भागवत कथा प्रवक्ता लक्ष्य कृष्ण शास्त्री जी , लक्ष्मीनारायण मंदिर के पुजारी पं. कृष्णकांत शुक्ला, पं. प्रकाश कौशीक सहित पत्रकार साथी जितेश विश्वकर्मा,संजय पी लोढा,मनोज पुरोहित, गोपाल राठौड, लोकेंद्र परिहार, मोहन परमार, ओपी मालवीय, धर्मेश सोनी,रणछोड आंजना आदि को सम्मानित किया।
*पत्रकारों ने किया सम्मान।*
इस अवसर पर नगर पत्रकार संघ के द्वारा कथा व्यास पीठ पर विराजीत सुश्री वैष्णवी भट्ट को साल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्री निलकंठेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी मनोहर दास वैरागी और उनकी पत्नी गीताबाई वैरागी का भी सम्मान किया गया। जिसके पश्चात महाआरती का आयोजन किया गया। आज के महाभिषेक का लाभ एसके धुरिया, आयदान परमार और चित्रांश सोनी के द्वारा लिया गया।