*आज ठाकुर जी के फेरे होंगे तुलसी जी के संग, पूरा करडावद बनेगा साक्षी*
*जायसवाल परिवार ने पुत्री के विवाह जैसी की तैयारीया, निभा रहे रस्मे ओर परम्परा*
*शास्त्रों में तुलसी विवाह का पुण्यकारक महत्व*
(मनोज पुरौहित)
पेटलावद। कहते है पुण्य करने के क़ई सदमार्ग होते है, ओर पुनीत कार्य करने के लिये मनुष्य कोई न कोई प्रयोजन अवसर तैयार करता है । वही हमारे शास्त्रों में माता तुलसी और ठाकुर जी(शालिग्राम जी) के विवाह का बड़ा ही पुण्यकारक महत्व बताया गया है । ऐसा ही सदमार्ग ओर पुण्य रूपी कर्म समीपस्थ ग्राम करडावद मेंक्षेत्र के प्रसिद्ध जायसवाल परिवार द्वारा किया जा रहा है।
*तुलसी विवाह का हो रहा भव्य आयोजन*
दरअसल क्षेत्र के जाने माने विधुत विभाग के वरीष्ट कर्मचारी, बिजली कर्मचारी महासंघ क्षेत्रीय झाबुआ के सचिव ,जायसवाल समाज के ट्रस्टी सहित विभिन्न धार्मिक कार्यो में अग्रणी भगवतीप्रसाद जायसवाल परिवार के द्वारा अपने घर पर तुलसी विवाह का आयोजन रखा है जिसमे ठाकुर जी की बारात करडावद के प्रतिष्ठित श्री लक्ष्मीनारायण मन्दिर नया नगर से आएगी ।
*पुत्री के विवाह जैसे की तैयारी निभा रहे सभी रस्मे ,परम्परा*
जायसवाल परिवार के द्वारा आयोजित इस धर्मकार्य विधीवत तरीके से पत्रिका छपवाई गयी है और जिस अनुसार 15 अप्रेल से गणेश पूजन, माताजी पुजन
शहित मंडप ओर भजन संध्या के बाद गंगाजी माता पूजन, मामेरा उपरांत 19 अप्रेल को तुलसी विवाह ओर महाभण्डारे का आयोजन किया जा रहा है ।
*धर्म प्रेमी जनता कर रही सहयोग*ले रहे धर्म लाभ भी*
इस तरह से एक पुत्री के विवाह की तैयारिया की जाती है ठीक उसी प्रकार से तुलसी विवाह के समस्त आयोजन ओर रस्मे विधिविधान से जायसवाल परिवार की ओर से सम्पन्न करवाई जा रहीं हैं । जिसमें करडावद क्षेत्र की समस्त धर्म प्रेमी जनता इस पुनीत कार्य मे सहयोग कर रही है ।
*हो रही सराहना*
भगवतीप्रसाद जायसवाल ओर पूरे जायसवाल परिवार के इस आयोजन की पूरे क्षेत्र में खूब सराहना हो रही है।