*जैन संतो पर हुए हमले से सकल जैन व सनातनी हिन्दू समाज मे रोष कि घटना की निंदा*
*सीएम को पत्र लिखकर दोषियो पर कठोर कार्यवही ओर सन्तो की सुरक्षा की मांग*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद। ये धरती संतों की, यहाँ संत समाज सुरक्षित नहीं? जब-जब संत ओर गौमाता दु:खी हुवे, तब-तब प्रलय आया है!
*जेन सन्तो पर मन्दिर में हुआ हमला*
मध्यप्रदेश के नीमच जिले में सिंगोली के कछावा गांव के हनुमान मंदिर में विराजमान जैन संतों के उपर प्राणघातक हमला हुआ। जिससे समस्त जेन समाज मे रोष व्याप्त है ।सोसल मीडिया पर तेजी से फैली ईस ख़भर के बाद लगातार जेन समाजजन सहीत समस्त हिन्दू सनातनी समाज भी इस घटना की घोर निंदा कर रहा है । व सन्तो कि सुख साता पूछते हुये शीघ्र स्वस्थ होने की मंगल कामना कर रहा है।
*सीएम यादव को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग*
इस घटना को लेकर सकल जैन समाज के द्वारा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर अपराधीयो के विरुद्ध कार्यवाही की मांग कि हे।
*ये लिखा पत्र में*
मध्य प्रदेश की जावद विधानसभा क्षेत्र के गाव कछोला में जैन संतो पर हुई घटना से समस्त जेन समाज आहत है । जैन समाज के मुनिराज विहार करते हुवे दिनांक 13 अप्रैल को जावद विधानसभा क्षेत्र में सिंगोली के पास कछोला ग्राम के हनुमान मन्दिर में रात्रि विश्राम हेतु ठहरे हुवे थे कि रात्रि में कुछ असामाजिक तत्त्वों द्वारा उनसे लूटपाट के इरादे से मारपीट की गई एवं संतो को बुरी तरह से पीटा गया। ज्ञात रहे कि जैन साधु एवं साध्वी जी महाराज साहेब अपने पास किसी भी प्रकार से रुपए पैसे आदि नहीं रखते भोजन भी शाकाहारी घरों से मांग कर ग्रहण करते है ।
*समाज की शांति और अहिंसा के सिद्धांत के खिलाफ है घटना*
उपरोक्त शर्मनाक घटना से हम इसलिए भी शर्मिंदा है कि हमारे सनातन धर्म हिंदुओं के आराध्य भगवान हनुमान जी के मंदिर पर बदमाशों ने यह शर्मनाक हरकत की है। यह घटना न केवल समाज की शांति और अहिंसा के सिद्धांतों के खिलाफ है, बल्कि मानवीय मूल्यों का भी अपमान है।
जैन धर्म हमें दया , करुणा, सहिष्णुता और सम्मान सिखाता है और इस तरह की हिंसक घटनाएँ हमारे उन आदर्शों को ठेस और हृदय को पीड़ा पहुँचाती हैं।
*अहिंसा परमोधर्म को मानता जेन समाज*
अहिंसा को परम धर्म मानकर समस्त मानवता और सभी जीवो के कल्याण हेतु अपना जीवन जीने वाले संतों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ एवं सुख साता की प्रार्थना करते है।उक्त घटना को लेकर निष्पक्ष जांच प्रशासन करवा कर जो भी इस घटना के अपराधी हे उन पर कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग करते है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओ पर अंकुश लग सके और पुनरावृति न हो सके साथ ही यह भी मांग करते है कि राष्ट्र की धरोहर इन जैन संतो के विहार के समय स्थानीय प्रशासन सूरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करे।