*मण्डल अध्य्क्ष के लिये जताई इन नेताओं ने मजबूती से दावेदारी*
*इनमें से ही मिलेगा पेटलावद को मण्डल अध्य्क्ष*
*भविष्य की राजनीतिक इमारत के लिये मजबूत ईट को तराश रहे पर्यवेक्षक*
(मनोज पुरौहित)
पेटलावद।भारतीय जनता पार्टी को देश की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक राजनीतिक पार्टी माना जाता है भाजपा में कब किस कार्यकर्ता को जमीन से उठाकर बड़े पद पर बैठा दिया जाए इसकी कल्पना भी नही की सकती है
*भविष्य की राजनीति की ईमारत के लिये मजबूत ईंटे चुन रहे*
वैसे इन दिनों भाजपा में संगठन! को मजबूती से एक लाइन पर चलाने के लिये जिला अध्य्क्ष ओर मण्डल अद्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है । और अब जो मण्डल
या जिलाध्यक्ष बनेंगे वे सम्भवतः आगामी विधानसभा ओर 2.5 साल बाद होने वाले नगरीय निकायों के चुनाव करवाएंगे । इसलिये भविष्य की राजनीतिक मजबूत इमारत के लिये मजबूत ईट का चयन किया जा रहा है ।अर्थात जिला अध्य्क्ष ओर मण्डल अध्य्क्ष की नियुक्ति चयन की प्रकिर्या चल रही है।
*पेटलावद मण्डल अध्य्क्ष पद है अतिमहत्वपूर्ण पेश की इन्होंने दावेदारी*
बात करे झाबुआ जिले की तो पेटलावद विधानसभा भाजपा की जिला राजनीति का केंद्र बिंदु है । और पेटलावद क्षेत्र का मण्डल अध्य्क्ष का पद इस लिहाज से अतिमहत्वपूर्ण है । पेटलावद मण्डल अध्य्क्ष के लिये भी जिन दावेदारों ने ताल ठोक कर दावेदारी पेश की है । जिनमे कुछ नाम चौराहों ओर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए है । वही इस पद के लिये पार्टी कि ओर बनाये गए पर्यवेक्षक ओर ऑब्जर्वर के सामने इन लोगो ने मजबूती से दावेदारी पेश की है ।
*संजय कहार*
वर्तमान मण्डल महामंत्री , नप के सबसे वरीष्ट पूर्व पार्षद, नप के उपाध्यक्ष किरण कहार के पति , युवा मोर्चा में क़ई पदों पर रह चुके संजय कहार किसी पहचान के मोहताज नहीं है । पिछली बार से ही मण्डल अद्यक्ष के प्रबल दावेदार है। यही नही जिले व पेटलावद क्षेत्र के सभी वरीष्ट भाजपा नेताओं का वरदहस्त होने के साथ ही केबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भुरीया के विश्वसनीय होने के अलावा संगठन का भी हाथ इनके सर पर होने से मण्डल अध्य्क्ष की दौड़ मे सबसे आगे चल रहे हैं ।
*कालूसिंह मेडा*
दुलाखेड़ी क्षेत्र से अपनी राजनीतिक पकड़ पूरे पेटलावद विधानसभा में रखने वाले कालूसिंह मेडा को भाजपा की राजनीति विरासत में मिली है । उलेखनीय है कि कालूसिंह के पिताजी देवीसिंह मेडा का भी बहुत लंबा राजनीतिक परिचय जिन्होंने सन 1982 से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की जहां से लेकर आज तक समर्पित भाव से पार्टी की सेवा की और कई पदों के रहे पंच, उपसरपंच ,तीन बार सरपंच जनपद सदस्य सरपंच संघ उपाध्यक्ष जिला मंत्री जैसे पदों पर रहकर समाज की सेवा की है और उसी तर्ज पर कालूसिंह मेडा भी लगातार जनता में अपनी सरल व्यवहार और छवि के चलते मण्डल अध्य्क्ष के प्रबल दावेदार है। वही इनके लिए पेटलावद की एक बड़ी लाबी भी लॉबिंग कर रही है । वही अजजा वर्ग का होने के फायदे भी इनको मिलते नजर आ रहे है ।
.. *मूलचंद निनामा*
झकनावदा मण्डल में सामान्य या पिछड़ा वर्ग के व्यक्ति को मण्डल अद्यक्ष बनाने की कवायद के चलते सम्भव है कि राजनीतिक समीकरण को सेटअप करते हुए आदिवासी वर्ग के चेहरे को भी मण्डल अध्य्क्ष की जिम्मेदारी दी जासकती है ऐसे में मूलचंद निनाना जो कि पूर्व जनपद अध्य्क्ष रह चुके है और केबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भुरीया के विश्वसनीय होने के चलते अप्रत्याशित रूप से मूलचंद निनामा भी ऐनवक्त पर चोकाने वाले परिणाम दे सकते है । इनकी मजबूत दावेदारी को अनदेखा नही किया जा सकता है।
*संजय चाणोदिया*
नप के वार्ड 10 के पार्षद ओर युवा उधमी जिन्होंने अल्पसमय में ही भाजपा की राजनीति में अपनी मजबूत पेठ ओर पकड़ बनाकर युवाओं की राजनीतिक के आइकॉन बन चुके संजय विनोद चाणोदिया भी इस पद के लिये प्रबल दावेदार माने जा रहे । विधानसभा ओर लोकसभा चुनावो के दौरान जिस तरह से इन्होंने पार्टी और प्रत्याशी के हित में काम किया वह पार्टी के बड़े नेताओं ओर केबिनेट मंत्री निर्मला भुरीया की निगाह में है ओर इनका वरदहस्त भी इनको प्राप्त है । वही जेन समाज और सामान्य वर्ग को बैलेंस करने की कवायद शहीत एक बड़े राजनीतिक धड़े का समर्थन इनको मिल रहा है, वही आर्थिक रूप से मजबूती भी इनका प्लस पॉइंट है । मण्डल अध्य्क्ष के प्रबल दावेदारो में इनका नाम भी तेजी से आगे बढ़ रहा हे ।
*शालिनी यादव*
राजनीतिक गलियारों में इन दिनों इस पद के लिये एक अप्रत्याशित नाम बढ़ी तेजी से चल रहा है वह है मण्डल महिला मोर्चा की पूर्व अध्य्क्ष शालिनी यादव का। ऑब्जर्वर पर्यवेक्षक के सामने जिस प्रकार से शालिनी यादव ने अपनी दावेदारी ठोकी है वो क़ई नेताओ को आश्चर्यचकित कर रहा है । महिला मोर्चा के प्रदेश लेवल के नेताओ का अंदरूनी समर्थन, एकमात्र महिला दावेदार ओर राजनितिक की बिसात पर बिछाए गए मोहरों कि चाल यदि ठीक ठीक बैठ जाए तो शालिनी यादव कि दावेदारी कब परिणामो में बदल जाये कहा नही जा सकता ।
*इनकी भी चल रही चर्चाये*
इसके अलावा संजय मालवी जेन, कालूसिंह निनामा मोइवागेली, हरिसिंह बारिया , लाला चोधरी, अनिल मुलेवा के नाम भी राजनीतिक गलियारों में लिए जारहे है ,लेकिन इन लोगो ने कोई दावेदारी जताई हो ऐसा प्रमाण नही है । वही वर्त्तमान अध्य्क्ष सोनू मांडोत को भी रिपीट किये जाने कि चर्चाएं जोरो पर है ।लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है इसलिये पेटलावद को नया मण्डल अद्यक्ष इन चुनिंदा नमो में से ही मिलना तय है ।