*जल,जंगल और जमीन के मालिक प्रकृति पूजक आदिवासी भाइयों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कोर्ट परिसर में आयोजित हुआ विधिक साक्षरता शिविर*
*अपर सत्र न्यायाधीश एम एल पाटिदार की अध्यक्षता में सिविल जज वर्ग 2 श्री अरोरा ओर डॉ श्रीमती अरोरा ने दी ग्रामीणों को समझाइश*
(मनोज पुरौहित)
पेटलावद। आदिवासी समुदाय जल,जंगल और जमीन के मालिक और सरक्षक है ,प्रकृति पूजक है। अपनि परम्पराओं को निर्वाहन के लिये जाने जाते है, विश्व आदिवासी दिवस पर ये शपथ ले कि समाज मे फैली कुरीतियों को समाप्त कर कानून और नियमों का पालन करेंगे, वही व्यसन नही करने की सलाह देते दी।
*हुआ शिविर का आयोजन*
विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुये उक्त बात शुक्रवार 08 अगस्त को न्यायालय परिसर में विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में विशेष रूप से आयोजित विधिक साक्षरता शिविर को सम्बोधित करते हुए प्रधान अपर सत्र न्यायाधीश मनोहरलाल पाटिदार ने अपने अद्यक्षीय अभिभाषण में उपस्थित एडवोकेट, कर्मचारियों और बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ओर पक्षकारों को सम्बोधित करते हुए कही।
*जज चिराग अरोरा ने बताया शिक्षा का महत्व*
शिविर को सम्बोधित करते हुये सिविल जज वर्ग 2 चिराग अरोरा ने भी ग्रामीणों को अपने बच्चो को स्कूल भेजने ओर शिक्षा के महत्व को बताते हुए अनिवार्य शिक्षा पर बल दिया और पढ़ाई लिखाई से समाज मे बदलाव और देश के लिये मजबूत तैयार करने की बात कही
*बाल विवाह नही करने और सामाजिक कुरीतियों को दूर करने की बात बतायो जज डॉ श्रीमती अरोरा ने*
वही सिविल जज वर्ग 2 डॉ श्रीमती रुचि पटेरिया अरोरा ने भी कम उम्र में बालिकाओं के विवाह नहीं करने की बात पर जोर देते हुए बाल विवाह, के शारिरिक, मानसिक और सामाजिक नुकसान की बात कहते हुए समाज मे फैली कुरीतियों को समाप्त करने की बात कहते हुए समझाइश दी ।
*तहसीलदार निगवाल सहित अधिवक्ताओ की रही गरिमामयी उपस्थिति*
इस प्रकार विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में कोर्ट परिसर में विशेष रूप से विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें समस्त तहसीलदार हुकुमसिंह निगवाल,वरीष्ट एडवोकेट विनोद पुरोहित, अमृतलाल वोरा , कैलाश चौधरी, मनोज पुरौहित, जितेंद्र जायसवाल, रविराज पुरौहित, शादाब खान शहित समस्त अधिवक्ता ओर कर्मचारियों शहित बड़ी संख्या में पक्षकार उपस्थित थे।