*बामनिया की बेटी/भांजी ने किया क्षेत्र को गौरवान्वित, यूपीएससी से बनी आई ए एस*
*आराधना चौहान ने माता पिता का सपना किया पुरा पत्रकार दिलीप मालवीय की भांजी का गहरा रिश्ता है बामनिया से*
*संघर्षो से कामयाबी तक का सफर, बीटिया के झज्बे को सलाम मिल रही बधाई*
(मनोज पुरौहित,मनोज उपाध्याय,)
पेटलावद। हमारे क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नही है इस क्षेत्र के होनहार छात्र छात्राओं ने सदा ही सीमित संसाधनो में अपने ओर परिवार के अथक प्रयासों से बेहतरीन परिणाम देते हुए हमारे क्षेत्र का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाकर क्षेत्रवासियों को गौरवान्वित किया है । एक बार फिर से हमारे क्षेत्र की बिटिया या यूं कहें कि भाँझि ने बामनिया पेटलावद का नाम राष्ट्रीय स्तर तक पहुचा कर सफलता का परचम लहराया है
*यूपीएससी में कि सफलता अर्जित*
दरअसल 16 अप्रेल को यूपीएसी के जो परिणाम घोषित हुए उसमें में वर्तमान इंदौर निवास कर रही आराधना चौहान पिता वीसी चोहान ने यूपीएससी में 251 वी रेंक हासिल कर बड़े पद पर नियुक्ति के अपने रास्ते को तय कर लिया है । उल्लेखनीय है कि आराधना चोहान आईएएस के लिये चुनी गई है ।
*बोलते आंकड़े*
दरअसल यूपीएससी के कल घोषित परिणाम को देखे कुल 1016 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी है , जिसमे कुल 352 लड़कियां दिल्ली यूनिवर्सिटी से सम्बंधित है । इन मे से एक आराधना चोहान भी है। वही इंदौर से एक मात्र महिला प्रतिभागी आराधना चोहान को ही सफलता मिली है
*बामनिया पेटलावद से गहरा नाता*
विदित हो कि आराधना के पिता सेवानिवृत्त जिला आबकारी होकर माता रेखा चोहान ग्रहणी है ओर आराधना की माता श्रीमती रेखा चोहान बामनिया के निवासी ओर पूरे जिले में आरटीआई एक्टिविस्ट रूप मे सक्रिय पत्रकार दिलीप मालवीय की सगी बहन और आराधना दिलीप मालवीय की भाँझि है । इस तरह यूपीएससी टॉपर आराधना बामनिया शहित पूरे क्षेत्र की भाँझि होकर हमारे क्षेत्र से गहरा नाता रखती है ।
*माता रेखा चोहान के संघर्षों को मिला पुत्री आराधना के रिजल्ट का सलाम*
चर्चा के दौरान आराधना चोहान ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता को देते हुये बताया की उनकी माता की शिक्षा रतलाम से प्रारंभ हुई । माता रेखा चौहान एक अत्यंत गरीब परिवार से आती है मां ने प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल बामनीया से ग्रहण की पारिवारिक हालत ठीक नहीं होने के बाद भी आराधना की मां ने हार नहीं मानी और बीए एमए की क्लास अत्यंत गरीब परिस्थिति में भी पुरी की पिता सरकारी नौकरी में जिला आबकारी अधिकारी रहे माता-पिता की हार्दिक इच्छा थी कि एक दिन हमारे बच्चे कलेक्टर बने और आज दोनों का सपना आराधना के रूप भारतीय प्रशासनिक सेवा के साथ पूरा हुआ
*पूरा परिवार अछे पदों पर*
बताते चले कि आराधना कि सबसे बड़ी बहन डॉक्टर अमृता चौहान इंदौर में शीशु रोग विशेषज्ञ है।अमृता से छोटी बहन अनुजा चौहान बैंक ऑफ़ अमेरिका मुंबई में चार्टर अकाउंटेंट रही है इसके बाद गुड वर्क के चलते कंपनी ने उनको दुबई बुला लिया आज भी दोनों पति-पत्नी दुबई में ही एक साथ जाब कर रहे हैं।सबसे छोटा भाई अन्वेष चोहान भी यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहा है।
*मिल रही बधाई*
आराधना चोहान की इस बडी सफलता, ईस्ट, मित्र, परिजनों व रिशेतदार ने बधाई प्रेषित करते हुए शुभकामनाएं दी है ।वही परिजनों ने एक दूसरे ओर आराधना को मिठाई खिलाकर मुह मीठा करवाया और ईश्वर को धन्यवाद ज्ञापित किया है।