अक्षय तृतीया पर्व पर भव्य जैन भगवती दीक्षा व वर्षीतप पारणा महोत्सव की धूम: पूज्य मुनि राजों का मंगल प्रवेश
पोषध भवन थांदला में पूज्य मुनि राजों का शुभ मंगल प्रवेश हुआ
मनोज उपाध्याय,राजेश डामर,
थांदला में आज 27 अप्रैल, रविवार को प्रातः 8:15 बजे पोषध भवन परिसर में पूज्य श्री अमृत मुनिजी म.सा., पूज्य श्री पावन मुनिजी म.सा. नगर के गौरव पूज्य श्री जीनांश मुनिजी म.सा. तथा पूज्य श्री संजीव मुनिजी म.सा. आदि ठाणा-4 का अत्यंत श्रद्धा एवं भक्ति भाव के साथ मंगलमय प्रवेश संपन्न हुआ।
पूज्य मुनिवृंद के आगमन से नगर का वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा, हर्षोल्लास से भर गया। श्रद्धालुजनों ने जयघोष के साथ पूज्य मुनिराजों का भावपूर्ण स्वागत कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
पारणा महोत्सव की धूम
अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर थांदला नगर में भव्य जैन भगवती दीक्षा समारोह एवं वर्षीतप पारणा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इस पवित्र आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस अवसर पर दो दीक्षा प्रसंग तथा 325 से अधिक वर्षीतप तपस्वियों के पारणे संपन्न होंगे, जिसके चलते नगर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु श्रावक-श्राविकाओं के आगमन की संभावना है। उत्सव की विशालता और व्यापकता को देखते हुए जैन श्री संघ द्वारा विभिन्न समितियों का गठन कर कार्य विभाजन किया गया है।
आयोजन के मुख्य लाभार्थी
इस पावन आयोजन के मुख्य लाभार्थी स्वर्गीय शांताबाई सुरेंद्रकुमार तलेरा परिवार हैं। लाभार्थी परिवार के राकेश तलेरा एवं प्रफुल्ल तलेरा ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि, 'हमारे परिवार के लिए यह परम सौभाग्य का क्षण है कि हमें इस दिव्य अवसर का लाभ प्राप्त हुआ है। यह हमारे जीवन का एक अविस्मरणीय अध्याय है, जिसे हम सम्पूर्ण श्रद्धा, भक्ति और समर्पण के साथ साकार करेंगे। हम ईश्वर के प्रति कृतज्ञ हैं कि हमें इस अनुपम अवसर में सेवा का सौभाग्य मिला।
व्यवस्थाओं का दायित्व वितरण
संघ के अध्यक्ष भरत भंसाली एवं सचिव प्रदीप गादिया ने जानकारी देते हुए बताया कि आवास व्यवस्था की जिम्मेदारी जितेंद्र घोड़ावत को सौंपी गई है, जबकि भोजन व्यवस्था की कमान दिलीप शाहजी एवं अनिल भंसाली के हाथों में दी गई है। तपस्वी बैठक व्यवस्था का दायित्व कपिल पीचा और अंकित जैन को दिया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य व्यवस्थाओं हेतु भी कई समितियां बनाई गई हैं, जिसमें सफाई, स्वागत, मंच सजावट, चिकित्सा सहायता, जल व्यवस्था, और यातायात नियंत्रण शामिल हैं। ट्रैफिक व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन एवं विभिन्न प्रशानिक एवं सामाजिक संगठनों का सहयोग भी प्राप्त किया जा रहा है।
विशेष आयोजन: वर्षीदान यात्रा और दीक्षा समारोह
29 मई को पौषध भवन पर एक भव्य धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा। इसके पश्चात दीक्षार्थियों की भव्य वर्षीदान यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली जाएगी। इस यात्रा में श्रद्धालु अपने आराधना भावों से वातावरण को धर्ममय बनाएंगे। 30 अप्रेल बुधवार को प्रातःकाल दीक्षार्थियों की महाभिनिष्क्रमण यात्रा संपन्न होगी, जिसमें दीक्षा लेनेवाली आत्माओं का अलौकिक उत्साह देखने योग्य रहेगा।
महाभिनिष्क्रमण यात्रा के पश्चात धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रवर्तक श्री जिनेंद्रमुनि जी म.सा. मांगलिक प्रदान करेंगे। तत्पश्चात दीक्षा विधि सम्पन्न होगी और दीक्षार्थियों को संयम जीवन के लिए दीक्षित किया जाएगा। इसी अवसर पर वर्षीतप आराधकों का सामूहिक पारणा विधिपूर्वक कराया जाएगा, जिसमें तपस्वियों का श्रद्धापूर्वक सम्मान किया जाएगा।
84 परिवारों का एक साथ बहुमान: एक ऐतिहासिक क्षण
संत-सतियों के परिवारजनों के बहुमान का सौभाग्य तारादेवी सुंदरलाल भंसाली परिवार को प्राप्त हुआ है। इस विशेष अवसर पर लगभग 84 परिवारों का एक साथ बहुमान किया जाएगा। यह थांदला नगर के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि इतने बड़े स्तर पर एक साथ इतने परिवारों का सम्मान संपन्न होगा। बहुमान समारोह के तहत विभिन्न धार्मिक एवं सेवा कार्यों में सक्रिय परिवारों का अभिनंदन पत्र, शॉल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया जाएगा।
इस अभूतपूर्व आयोजन की भव्यता को देखते हुए स्थानीय नागरिकों एवं आसपास के नगरों से भी श्रद्धालुओं का उत्साहपूर्वक जुड़ाव देखने को मिल रहा है। नगर के विभिन्न चौराहों, गलियों, और मुख्य मार्गों को आकर्षक तोरण द्वारों, ध्वजों और धर्म ध्वजाओं से सजाया जा रहा है। नगरवासी इस भव्य आयोजन के स्वागत हेतु अपने घरों और प्रतिष्ठानों पर भी आकर्षक सजावट कर रहे हैं।
नगर के प्रमुख जैन समाजबंधुओं ने सभी श्रद्धालुओं से आयोजन में अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने की अपील की है। इस भव्य आयोजन को लेकर संपूर्ण थांदला नगर एक अलौकिक धर्मोत्सव के रंग में रंग चुका है।