*कलयुग में रामराज्य की स्थापना के बाद प्रथम महाकुंभ - आचार्य जैमिन शुक्ल*
*संतो द्वारा महाकुंभ के विशेष फल प्राप्त करने हेतु अपने-अपने व्याख्यान द्वारा दिए जा रहे हैं विचार*
*परम पूज्य आचार्य जैमिन शुक्ल जी महाराज द्वारा राष्ट्रीय परशुराम परिषद प्रांगण में धारा प्रवाह संगीतमय कथा करवा रहे रस पान*
(तीर्थछेत्र महाकुंभ प्रयागराज की धरती से मनोज उपाध्याय/मनोज पुरोहित)
प्रयागराज।भगवान राम परशुराम एवं शिवा चरित्र अमृत युक्त त्रिवेणी कथा का रसपान कराते हुए कहा कि कलयुग में रामराज्य की स्थापना के प्रथम महाकुंभ में आप सभी एक बार अवश्य डुबकी लगा कर अपने जीवन को धन्य करे
राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा आयोजित इस महाकुंभ के अंदर धारा प्रवाह शिवा परशुराम जी की कथा प्रारंभ हो गई है कैप्टन राज द्विवेदी प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय परशुराम परिषद मध्य प्रदेश के तत्वावधान में मध्य प्रदेश की टीम एवं प्रदेश के श्रद्धालु प्रयागराज की धरती पर पहुंच कर रसपान कर रहे हैं पंडित मनोज उपाध्याय प्रदेश मंत्री राष्ट्रीय परशुराम परिषद मध्य प्रदेश इन श्रद्धालुओं के सूत्र धार बनकर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं कैप्टन पंडित राज द्विवेदी ने बताया राष्ट्रीय परशुराम परिषद का लक्ष्य जो था वह अब उसका फल हम सब खा रहे हैं ऐसा लगता है कि जिन जिन बुनियादों को लेकर पंडित सुनील भराला संस्थापक संरक्षक राष्ट्रीय परशुराम परिषद एवं निवृत्तिमान राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जो पिछले 10-15 वर्षों से कठिन परिश्रम करते हुए जिन-जिन मुद्दों को लेकर उन्होंने अपना कदम उठाया था आज वह इस महाकुंभ में प्रस्तुत हो रहा है इसी के साथ-साथ राष्ट्रीय परशुराम परिषद शोधपीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य श्री केवल कृष्णन जीद्वारा स्वरचित भगवान परशुराम चालीसा समस्त श्रद्धालुओं को दिया जाएगा
जिस प्रकार से हनुमान चालीसा को लोग पढ़कर अपने जीवन को धन्य करते हैं इस प्रकार से परशुराम चालीसा भी पढ़कर भगवान परशुराम जी के एक्स चरणों में बदल करेंगे तो उसका फल इस प्रकार से मिलेगा इसी के साथ-साथ प्रत्येक श्रद्धालुओं को भगवान परशुराम की जी की बाल अवस्था की प्रतिमा जो प्रदान की जा रही है वह अलौकिक है इतनी सुंदर प्रतिमा जब आपके घर के मंदिर में आप ले जाकर स्थापित करेंगे तो आपके घर में भगवान परशुराम जी हमेशा विराजमान रहेंगे और उनका स्नेह आशीर्वाद आपको हमेशा मिलता रहेगा इसी कड़ी में कथावाचक आचार्य जैमिन शुक्ला जी द्वारा गुजरात की धरती से चलकर इस महाकुंभ में पहुंचकर राष्ट्रीय परशुराम परिषद के प्रांगण में धारा प्रवाह संगीत के साथ जो कथा की जा रही है उसका रसपान करने के लिए काफी भीड़ उमड़ रही है!
*हो रही आद्यात्म कीअनुभूति*
ईश्वर की बड़ी कृपा से महाकुंभ आता है इस महाकुंभ में अलौकिक शक्तियों को देखने का अवसर मिल रहा है तो दूसरी तरफ राष्ट्र धर्म का पालन करने वाले उन तमाम विश्व स्तर पर बुद्धिजीवियों का आना-जाना प्रारंभ हो गया है सभी अपने ढंग से महाकुंभ में आकर स्नान कर रहे हैं और दर्शन कर रहे हैं समस्त संत महात्मा गुरु अपने-अपने पंडाल लगाकर देश के विभिन्न कोने से आए हुए
श्रद्धालुओं को अपने पंडाल में आमंत्रित करते हैं भोजन प्रसाद ठहरने की समस्त व्यवस्था करते हैं ऐसा लगता है कि प्रयागराज महाकुंभ के अंदर स्वयं प्रयागराज अवतरित हो गए हैं गंगा बेसिन में लगे शिविर कैंपों में भीड़ लगी हुई है
एक से बढ़कर एक दिव्य शक्तियां देखी जा रही हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि मानो पूरा भारत का दर्शन किया जा रहा है आज तीसरे दिन बेगूसराय टीम कई मशहूर आचार्य जी एवं मंडलेश्वरों द्वारा महाशिविरों का अवलोकन करते हुए कई संत महात्माओं विद्यार्थियों एवं कथावाचकों से रूबरू हुए और मूल रूप से इस पवित्र महाकुंभ के बारे में विशेष जानकारियां प्राप्त कर आप लोगों तक पहुंचा रहे हैं यह कार्य पूरे इस महाकुंभ के समय तक चलता रहेगा