*कहो गर्व से सनातनि है हम जय श्री राम के बेटे है...कवि मनोज गुर्जर*
*शहीदों की वीरगाथा का मान लिखूंगी, मेरा हीरो है हर सैनिक उनका सम्मान लिखूंगी....डा साक्षि तिवारी
*जरा रुककर चलो जरा झुककर चलो ये धरती है विश्वमंगलधाम कि...कविवर जानी बैरागी*
*सारा जग है प्रेरणा प्रभाव सिर्फ राम है, भाव सूचियां बहुत है भाव सिर्फ राम है..कवि अमन अक्षर*
*नप पेटलावद ने किया कवि सम्मेलन का आयोजन*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद।नगर परिषद पेटलावद द्वारा आयोजित श्री भैरवनाथ मवेशी मेला को 07 दिसम्बर शनिवार को आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के साथ पूर्ण हुआ
कवि सम्मेलन के शुभारंभ ने अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और द्वीप प्रज्वलीत कर कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर कवियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
*माँ सरस्वती की वंदना से शुरू हुआ कवि सम्मेलन*
कवि सम्मलेन की शुरूवात उत्तरप्रदेश के लखनऊ से पहली बार पेटलावद आयी कवियत्री डॉ साक्षी तिवारी कि माँ सरस्वती वंदना पाठ के साथ हुई।
*जय श्री राम के नारों से गुंजा पांडाल*
ततपश्चात कविवर मनोज गुर्जर
सीने में आग लपेटे है कहो*गर्व से सनातनि हम जय श्री राम, के बेटे है की कविता ने सनातनीयो को जोश से भर दिया और जय श्री राम के नारों से पुरा पांडाल गूंज उठा ।
*पुराने दौर की यादों ओर मा की ममता से बनाया जीवंत काव्य पाठ*
इसके बाद कांकरोली राजस्थान मूल के बम्बई से पधारे कवि सुनील व्यास ने अपने कविताओं ओर चुटकुलों से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया वही मा की ममता ,व बचपन के पुराने दौर की यात्रा ओर मेरा गाँव किसी शहर को नही तरसे ,शहर गांव को तरसे के गीतों से भावुक भी किया ।
*भरे श्रोताओं में देशभक्ति के भाव*
वीर रस की कवियत्री डॉ साक्षी तिवारी ने शहीदों की वीरगाथा का मान लिखूंगी मेरा हिरो है हर सैनिक उनकी ही शान्न लिखूंगी ।
है पोषक हम अहिंसा के मगर डरते नहीं हम कभी नादान बेरी की चिंता करते नही हम
कोई पत्थर अगर बरसाए तो पीर बन जाना तुम अपने दुश्मनों के पाव की जंजीर बन जाना
वंदे मातरम कहो जैसी देशभक्ति से ओतप्रोत कविताओं ने श्रोताओ ने देशभक्ति के भाव भर दिये।
*गाया रामगीत,राममंदिर की दी बधाइयां*
पुरे देश में रामगीत के लिए मशहूर कविवर अक्षर नमन ने रामगीत गाकर अयोध्या में श्रीरामलला मन्दिर की भव्य स्थापना पर श्रोताओ को शुभकामनाएं दी । और
कभी व्यवहार अपना ये रूखा नही रखती भले तन सूखता जाए यह मन सूखा नही रखतीं ये धरती हमे भूखा नही रखती। जैसे गीत गाये।
*श्री विश्वमंगलधाम के गुण गाये*
हमारे क्षेत्र के राष्ट्रीय कवि जानी बैरागी ने श्रोताओं को गुदगुदाने के साथ ही जरा झुक झुक के चलो जरा रुक रुक के चलो*ये धरतीविश्वमंगल सरकार की*
है* गाकर माहौल को धर्म मय बनाने का प्रयास किया। कवि सम्मेलन में प्रवीन अत्रे ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। कवि सममेलन का सफल संचालन कविवर अशोक नागर ने किया।
*जनता ने उठाया लुत्फ़*
लगातार 10 दिनों तक चले मेले में स्थानीय व दूरदराज से आए व्यापारियों के द्वारा झूला, चकरी खाने- पीने की स्टाल सहित घरेलू आइटम और कई प्रकार की उपयोगी सामानों की दुकानें सजाई गई। जिसमें लगातार नगर वासियों के द्वारा खरीदारी करते हुए मेला झूला चकरी आदि का खूब आनन्द उठाया गया। इस बार की बेहतिरिन व्यवस्थाओ को आमजन ने खूब सराहा।
*कवियो का किया सम्मान*
कवि सम्मेलन में आये समस्त कवियों का अध्यक्ष ललीता योगेश गामड, उपाध्यक्ष किरण संजय कहार, सीएमओ आशा भंडारी,संजय चानोदिया , हंसा सुनील राठौर, मुकेश परमार इंदिरा मुकेश पड़ियार, चांदनी दीपक निमजा, अनुपम सुरेंद्र भण्डारी, रेखा प्रदीप पटवा, चंदा राजू मेड़ा, ममता गुजराती ,कांता श्यामू मेड़ा, जमना भूरा मुणिया सहित उपयंत्री दीपक वास्कले,शुभम देवड़ा, बद्रीलाल सेप्टा, चन्दन स्तोगिया , भूरा मेडा सहित समस्त नप के कर्मचारियों ने पार्षदगणों ने कवियों का स्वागत करते हुये सम्मानित किया। संचालन वरिस्ठ भाजपा नेता हेमेंद्र भट्ट ने किया । आभार प्रदर्शन सीएमओ आशा भण्डारी ने किया।