*जिनवाणी को आचरण में लाने से मुक्ति मिलेगी*
*शाश्वत मोक्ष पाने के लिए जिनवाणी ऑफर दे रही ..साध्वी ज्योतिषमति जी*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद।सुगंध फैला कर फुल कहता है मेरे पास आओ। दीपक प्रकाश फैलाकर अपने पास आने का ऑफर दे रहा है। शीतल हवा के ठंडे झोके शीतलता पाने का आमंत्रण दे रहे हैं। और शाश्वत मोक्ष पाने के लिए जिनवाणी ऑफर दे रही है।
यह प्रेरक प्रवचन पाक्षिक पर्व की विशेष रविवारीय धर्म सभा में संबोधित करते हुए साध्वी ज्योतिषमति जी ने दिए। आपने कहा कि जिसे शाश्वत सुख पाना है वह जिन शासन की शरण में आ जाता है। जो इंद्रियों के विषय में आकर्षित होता है वह संसार में फंस जाता है। संसार प्रश्न खड़े करता है जिन शासन समाधान देता है। संसार भटकाता है जिन शासन मोक्ष का सिंहासन दिलाता है। संसार चलना ही चलना सिखाता है तो जिन शासन मोक्ष मंजिल दिलाता है। सिद्ध बनाता है।
आपने यह भी कहा कि सिद्ध वह स्थित है, जहां न मृत्यु है ना राख हे, ना चिता है और न हीं कफन है।
*बुद्धि धन दिलाती है पर सद्बुद्धि भगवान से मिलाती है*
गरीबी हटाओ अमीरी बढ़ाओ श्रृंखला के अंतर्गत बुद्धि की दरिद्रता पर बोलते हुए साध्वी श्री प्रमिला जी ने कहा कि एक बुद्धि वाला हैप्पी बर्थडे में लाखों खर्च कर के इतराता है। तो एक सद्बुद्धि वाला उसी दिन एक पीड़ित को लाखों देकर उसका ऑपरेशन करा जीवन दान देता है। यह बुद्धि की दरिद्रता व सद्गबुद्धि की अमीरता के लक्षण है । बुद्धि धन दिला सकती है पर सद्बुद्धि भगवान से मिला देती है ,भगवान बना देती है। सद्बुद्धि वाला हमेशा समाधि रूपी अमीरी में जीता है।धर्म तनाव से मुक्त सद्बुद्धि से युक्त बना देता है। जैसे ही बुद्धि की दरिद्रता मिटती है आत्मा को समाधि रूपी अमीरी मिल जाती है। बुद्धि घमंड गुणगान व प्रशंसा की अपेक्षा रखती है। संसार में उलझाती है।सद्बुद्धि संसार से मुक्त करा देती है।
*जिनवाणी को आचरण में लाने से मुक्ति मिलेगी*
साध्वी श्री प्रमिला जी के संसारी पक्ष के पिता रूपचंदजी कोठारी ने कहा अग्नि के नाम से ना तो रोटी पकाती है ना पानी के नाम से प्यास बुझती है। रोटी को आग पर तपना पड़ता है।पानी को पीकर प्यास बुझाना होती है। वैसे ही जिनवाणी सुनकर नहीं आचरण में उतारकर कर ही मुक्ति पाई जा सकती है।आज गुप्त रूप से धर्म चक्र की आराधना कर रही श्रीमती संगीता प्रदीप लोढ़ा ने पांच उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किए। वीर माता लक्ष्मीदेवी एवं पिता रूपचंदजी का श्री संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष मणिलाल चाणोदिया बहुमंडल कि अध्यक्ष संगीता अजय मेहता द्वारा सम्मान किया गया। आज रविवारीय सभा में 30 से अधिक बच्चों ने भाग लिया।

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