कैसा फरमान वर्ष में एक बार आने वाले दशापूजन पर्व पर रख दी कार्यशाला
राजेश डामर, मनोज उपाध्याय,थांदला
मध्य प्रदेश सरकार महिलाओं को शास्कत बनने के लिए कई प्रकार के प्रयास कर रही है जिसमें अनेकों प्रकार की योजनाएं भी प्रदेश में संचालित है वहीं वर्ष में एक बार आने वाला दशा माता पूजन का एक विशेष महत्व होता है जिसका महिलाएं वर्ष भर इंतजार करती है मान्यता है कि दशा माता की पूजा अर्चना करने से घर की दशा सुधरती है इस दिन महिलाएं व्रत भी करती है लेकिन थांदला के महिला बाल विकास विभाग का एक आदेश कहीं न कहीं दशामाता की पूजा में अड़चन बन हुआ है कल 24 मार्च सोमवार को ,पोषण भी पढ़ाई भी ,तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन थांदला के जनपद पंचायत हाल,नगर परिषद हाल, एन.आर.एलम.,चेनपुरी में रखा गया है जिसमें बलवासा,काकनवानी,हरीनगर, थांदला शहरी आंगनवाड़ी क्रमांक 1 से 5 तक वही ,रनी ,भामल,नारेला ,थांदला शहरी में 6 से 15 तक वही खवासा , बेड़ावा,बड़ी धमनी की लगभग सैकड़ों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की कार्यशाला रखी गई है अब सवाल ये उठता है कि कल लगभग इन सभी महिलाओं को दशामाता की पूजा भी करना पूजन में भी लगभग 2 से 4 घंटे लगते है ऐसे में इन महिलाओं को कार्यशाला में भी आना तो यह सब कैसे हो पाएगा क्या जवाबदार अधिकारियों को त्यौहार के बारे में कुछ पता न था क्या इस कार्यशाला को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है
क्या हिंदी धर्म के इस बड़े त्यौहार में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ गलत किया जा रहा है क्या जवाबदार इस हेतु उचित निर्णय लेंगे