*पंच से लेकर सांसद और आशा से लेकर कलेक्टर तक देश का गौरव बड़ा रही हमारे अंचल की नारी शक्तियां, इनके होसले को सलाम*
*जहां नारी की पूजा और सम्मान होता है ,वहां देवताओं का वास होता है, क्षेत्र की नारी शक्तियो ने बढ़ाया मान*
*सरकारी, निजी ,राजनीति, न्यायीक, समाजसेवा , व्यापार सहित हर क्षेत्र में अपने कामो से कायम की मिसाल अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर इनकी सफलताओं से ले प्रेरणा*
(मनोज पुरौहित)
पेटलावद,, हमारा देश परंपरा और संस्कृति को मानने वाला देश है वेद पुराणों में यह स्पष्ट रूप से लिखा गया है की *यंत्र नारी पूज्यन्ते, रमयन्ते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा और सम्मान होती है वहां देवताओं का वास होता है* हम हिंदू परिवारों में नवरात्रि के नौ दिनों में माताजी की उपासना भी की जाती है और यह सब यह प्रमाणित करता है कि नारी का पुरुष के बराबर दर्जा है और सम्मान है।
*देश के साथ अंचल का गौरव बड़ा रही, महिला शक्ति का नेतृत्व*
8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के सम्मान में और सशक्तिकरण को लेकर पूरे विश्वभर में मनाया जाता है । वर्तमान दौर में पेटलावद, झाबुआ और थांदला सहित झाबुआ जिले में महिलाशक्ति के द्वारा अपने कामकाज से पूरे देश प्रदेश में झाबुआ जिले का नाम रोशन किया है जिनमे से कुछ विशिष्ट महिला शक्तियों का यहां जिक्र किया जा रहा है ।
*सांसद अनिता नागरसिंह चौहान*
देश की स्वत्रंता के बाद स्थापित संसदीय व्यवस्था रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर पहली बार भाजपा की टिकिट से सांसद बनी अनिता नागरसिंह चौहान ने एक नया इतिहास गड़ा है। विदित हो की भाजपा की इस सीट पर स्व.दिलीपसिंह भुरीया के अल्प कार्यकाल को छोड़कर
सालों, तक कांग्रेस का एकछत्र राज रहा है,।ऐसे में 08 विधानसभाओ को जोड़कर बनी हमारी संसदीय सीट से अनिता चौहान *दिल्ली की केंद्र सरकारमें हमारा प्रतिनिधित्व कर रही है जो अपने आपने एक गौरव की बात है ।
*केबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया*
स्व. की दिलीपसिंह भूरिया की पुत्री और पेटलावद विधानसभा कई वर्षों तक विधायक तथा राज्यमंत्री रह चुकी, वर्तमान में मध्य प्रदेश शासन में महिला बाल विकास विभाग की कैबिनेट मंत्री के रूप में काम कर रही सूश्री निर्मला भूरिया को कौन नहीं जानता । सबसे कम उम्र की विधायक होने का खिताब अपने नाम पर करवाने वाली निर्मला भूरिया के द्वारा प्रदेश स्तर तक राजनीति के क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देकर राजनीतिक क्षेत्र में दिल्ली तक अपनी पहुंच और पकड़ बनाई है वर्तमान में *राजनीति* के क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओ के लिए सूश्री निर्मला भूरिया एक प्रेरणा स्त्रोत से कम नहीं है।
*कलेक्टर नेहा मीणा*
लगभग 8-9 माह पूर्व झाबुआ जिले के कलेक्टर के रूप में पदस्थ हुई कलेक्टर नेहा मीणा के द्वारा जब से जिले की कमान संभाली है तब से प्रशासनिक मजबूती के साथ-साथ पूरे जिले में प्रशासनिक व्यवस्था न सिर्फ दुरुस्त हुई है बल्कि शासन प्रशासन के कामों में भी तेजी आई है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ ही साथ शासन के आदेशों के पालन करने में कलेक्टर मीणा का कोई तोड़ नहीं है। अपने अल्प कार्यकाल *प्रशासनिक* क्षेत्र में कलेक्टर नेहा मीणा जिले की महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में काम कर रही है।
*एसडीएम तनुश्री मीणा*
जिले की सबसे बडी तहसील पेटलावद की प्रशाशनिक कमान पिछले सितंबर माह से आईएएस के रूप में तनुश्री मीणा ने एसडीएम के रूप में सम्भाल रखी है, पेटलावद की प्रथम महिला आईएसएस एवम पेटलावद अनुभाग की प्रथम महिला एसडीएम के रूप में पदस्थ एसडीएम तनुश्री मीणा के अपने अल्प समय के कामकाज से ही *क्षेत्रवासियों को *काफी उम्मीदें*
बंधी भी है।
*सीएमओ आशा भंडारी*
पेटलावद नगर परिषद में कुल 15 वार्ड है जिसमे 10 महिला पाषर्दो के द्वारा नगर का प्रतिनिधित्व किया जा रहा है इन पार्षदों के अतिरिक्त पेटलावद में सीएमओ के रूप में श्रीमती आशा भंडारी के द्वारा पिछले लगभग 02 से कामकाज संभाल जा रहा है इनके द्वारा अल्प सेवाकाल में ही नगर परिषद में हुए पुराने भ्रष्टाचारों की जड़ों पर जबर्दस्त प्रहार करने के अलावा पेटलावद में नगर परिषद का *सफल संचालन* किया जा रहा है सीएमओ आशा भंडारी पेटलावद क्षेत्र की महिलाओं के लिए प्रेरणा का काम कर रही ह।
*ललिता योगेश गामड़*
नप कि वर्तमान अध्य्क्ष ललिता योगेश गामड़ ओर उनके साथ निर्वाचित हुई महिला पार्षदों इंद्रा मुकेश पडियार, कांता श्यामू मेडा, चांदनी दीपक निमजा, ममता गुजराती, किरण संजय कहार , रेखा प्रदीप पटवा,जमना भूरा मुणिया, हंसा सुनील शिवा राठौर, चंदा राजु मेडा, के साथ मिलकर नप में महिला शसक्तीकरण का मजबूत और अनुपम उदाहरण पेश किया हे।
*नारीशक्ति, दुर्गावाहिनी*
इस वर्ष महिला शशक्तिकरण का सबसे मजबूत और अनुपम उदाहरण पेश किया है मातृशक्ति ओर दुर्गावाहिनी की श्रीमती संगीता त्रिवेदी भट्ट, शिल्पा वर्मा और दीपिका गवली ने।जिन्होंने पिछले कुछ समय मे ही पूरे जिले में महिला पथ संचलन निकालकर, मनचले पर सरेराह कार्यवाही करके, व मानसिक रोगी गर्भवती महिला की मदद करके क्षेत्र की *महिलाओं में एकता और आत्मविश्वास की बढ़ोतरी की है*।
*इनके कार्यो से भी महिला शशक्तिकरण को मिल रही मजबूती*
इसके अलावा यदि बात करें जिले की अन्य महिला शक्तियों की तो प्रधान जिला न्यायाधीश विधि सक्सेना, सिविल जज वर्ग 2 पेटलावद डॉ रुचि पटेरिया अरोरा, जिला शिक्षा अधिकारी निशा मेहरा, जनसम्पर्क अधिकारी वीणा ,कलेक्टर कार्यालय की अधीक्षक सन्ध्या कुलकर्णी, कलेक्टर की रीडर उषा सावंत , नायब तहसीलदार अंकिता भिंडे, परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग पेटलावद इशिता मसानिया , सुपरवाइजर शीला हरवाल ,सिविल अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर उर्मिला चोयल, बीईओ पेटलावद रेखागिरी, ग्रहणी निर्मला स्व राजाराम पुरौहित ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्नेहलता पुरोहित ,पत्रकार निधि निवेदिता मुकुल सक्सेना , एडवोकेट मीरा केलाश चोधरी, सहित समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका,समस्त महिला पटवारी , आशा ,एएनएम, महिला पुलिसकर्मी के अलावा शाश्कीय, निजी, व्यवसायिक क्षेत्रो में काम कर रही समस्त नारी शक्ति भी महिलाओं के लिये प्रेरणादायक कार्य कर रही है जो अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की सफलता को सार्थक प्रमाणित करता है।
*नारी शक्ति को अभिनन्दन*
इन सबको हमारा अभिनन्दन, अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की अनन्त शुभकामनाएं।