*72 सालों से हो रहा धुलेंडी पर इस परम्परा का निर्वाह*
*अम्बिका चोक में गायो ओर श्वानों के लिये बनाई गई बाटीया*
(मनोज पुरौहित)
पेटलावद ।होली के रंग-बिरंगे रंगों में पूरा देश डूबा हुआ है होली के पर्व के दौरान पूर्णिमा गुरुवार के दिन शुभ मुहूर्त ओर मान्यताओं के आधार पर देर रात्रि में पूरे नगर में होलिका दहन किया गया । शुक्रवार को धुलेंडी के दिन नगर वासियों ने उतसाहपूर्वक ओर आनन्द मय माहौल में बच्चों, महिलाओं ओर पुरुषों ने रंग गुलाल खेलकर,नाच गाकर ,पार्टि कर हर्षोल्लास के साथ होली का त्योहार मनाया।
*वर्षों पुरानी परंपरा का निर्वाह*
उल्लेखनीय है कि पेटलावद के अंबिका चौक शीतला माता मंदिर क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष होलि दहन के दूसरे दिन अर्थात धुलेंडी के दिन आटे की बाटी बनाकर गायो ओर श्वानों को खिलाई जाती है।
क्षेत्रवासियों की माने तो लगभग 72 वर्षों से यह परंपरा निरन्तर चलती आ रही है और इस परंपरा को आज भी नगरवासी विशेष रूप से अम्बिका चोक ओर शीतला माता मंदिर क्षेत्र के रहवासी बड़ी श्रद्धा और प्रेम के साथ मनाते हैं ।
*बनाई बाटी ओर रोटिया*
हर वर्ष की परंपरा अनुसार इस वर्ष भी अम्बिका चोक ओर शीतला माता चौक के रहवासियों द्वारा लगभग 50 किलो आटे की बाटीया बनाकर श्वानों और गायों को खिलाया गया
*इनकी रही सहभागिता*
इसी वर्षो पुरानी परम्परा को निभाते हुये नगर के बद्रीलाल सोनी गोपाल वर्मा,राजकुमार सोनी,आशुतोष दवे,,राजेन्द्र कुमार मालवी, गोरव सोनी,प्रदीप सोनी, राजेन्द आर सोनी, ,दिलीप कुमार गोयल,चेतन जेन,मोहित सेठिया व सिद्धिविनायक मण्डल आदि के सराहनिय सहयोग से इस वर्ष भी बाटी ओर रोटियां बनाकर गायो ओर श्वानों को खिलाई गयी। उल्लेखनीय है कि नरसिंह चावड़ा पटेल के द्वारा इन बाटी ओर रोटियां तैयार की गई ।