*संघ शताब्दी वर्ष को लेकर भारतमाता की आरती व नए घोष का उद्घाटन*
राजेश डामर
*मेघनगर/मदरानी* देशभर में संघ शताब्दी वर्ष को लेकर कार्यक्रम की तैयारियां बड़े धूम धाम से हो रही हैं इस नियमित झाबुआ जिले के मदरानी उपखण्ड में जिले के अधिकारी व मेघनगर खण्ड के पालक कालूसिंह चरपोटा द्वारा भारतमाता की आरती के साथ नवीन घोष का उद्घाटन किया गया इस अवसर सामाजिक समरसता का भाव देखने मिला। बड़ी संख्या में स्वयंसेवक बन्धु उपस्थित थे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उद्देश्य केवल संगठन तक सीमित नहीं है। यह समाज में नैतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों को मजबूत करने, प्रत्येक व्यक्ति में अनुशासन और समर्पण विकसित करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का कार्य करता है। संघ का दृष्टिकोण समावेशी है; यह किसी धर्म, जाति या समूह के विरोध में नहीं है। हिन्दू शब्द का अर्थ केवल धर्म नहीं, बल्कि जिम्मेदारी, भक्ति और समाज के प्रति प्रतिबद्धता है। संघ समाज को गुटबंदी से मुक्त कर, विविधता में एकता स्थापित करने का कार्य करता है। शताब्दी यात्रा इस समर्पण और संगठन की पुष्टि है।
चरपोटा ने बताया की पारंपरिक वाद्य शंख, आनक और वंशी से आरंभ हुई घोष यात्रा आज नागांग, स्वरद आदि आधुनिक वाद्यों की मधूर वादन तक पहुंच गई है।
मदरानी मंडल में 5 अक्टूबर 2025 को बड़ी संख्या में पथ संचलन का आयोजन किया जाएगा उसकी पूर्व तैयारी गणवेश वितरण, पंजीयन हर घर से हो रहे हैं।