*तारखेड़ी में आयोजित हो रहीं भव्य भागवत कथा*
*लववंशी लोधा समाजजन बने लाभार्थी*
*आयोजन में श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर झूम उठे श्रोतागण*
मनोज पुरोहित
पेटलावद| लववंशी लोधा समाज धर्मशाला प्रांगण में संचालित सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। इस दौरान कथा पंडाल में सुमधुर भजन ‘नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की’ कीर्तन पर सभी श्रद्धालु काफी देर तक झूमते व थिरकते रहे। श्रीकृष्ण-जन्मोत्सव कार्यक्रम को लेकर कथा पंडाल को गुब्बारे व फूल-माला से आकर्षक ढंग से सजाया गया
कथावाचक पं.देवेन्द्र जानी महाराज ने प्रवचन के दौरान भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन कर धर्म,अर्थ, काम व मोक्ष की महत्ता पर व्याख्यान किया। कहा कि जब-जब अत्याचार,अन्याय बढा है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। अत्याचार को समाप्त कर धर्म की स्थापना को लेकर ही प्रभु का अलग-अलग रूपों में अवतार होता है, जब कंस ने सभी मर्यादाएं तोड दी,तो प्रभु श्रीकृष्ण का जन्म हुआ कथा के दौरान वासुदेव, यशोदा व श्रीकृष्ण के बाल-रूप की झांकी देख सभी श्रद्धालु
जयकारा लगाते हुए नृत्य करने लगे। प्रवचन के क्रम में श्री जानी ने कहा कि जीवन में अच्छे रास्ते पर जाना है, तो संकल्प लेना जरूरी है हर बच्चे को अपने माता-पिता व गुरू की बातों को मानना चाहिए जिन बच्चों के उपर माता-पिता का आशीर्वाद है, उन्हें संसार में सब कुछ प्राप्त है हर एक माता-पिता को चाहिए कि अपने साथ बच्चों को भागवत कथा,
सत्संग, कीर्तन में जरूर साथ लाएं। धर्म की कथा सुनने से बच्चों में अच्छे संस्कार आते है शिव मंदिर में नए शिवलिंग व राधा-कृष्ण की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के आयोजन से भक्तिमय माहौल बना हुआ है। भागवत कथा के दौरान व्यास पूजा, भजन, झांकी व आरती में संस्था श्री सनातन सारथी परिवार तारखेड़ी अहम भूमिका निभा रहे है कथा के अंत में प्रसिद्ध आरती ‘श्री भागवत भगवान की है आरती, पापियों को पाप से है तारती’ का सामूहिक रूप से गायन हुआ फिर श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसादी का वितरण भी किया गया।यजमान शांतिलाल मिडंकीया, चरणसिंह लववंशी, उपसरपंच कुलदीप लववंंशी,संतोष पटेल, मोतीलाल कुंवारियां, सरदार,मोतीलाल, राधेश्याम,कमलेश,दिपक,पन्नालाल पटेल, जितेन्द्र, लालुप्रसाद आदि अहम भूमिका निभा रहे है।