*श्रृंगेश्वर धाम को केबिनेट मंत्री सुश्री भुरीया के प्रयासों से सीएम डॉ मोहन यादव ने मंच से दी 06 करोड़ की स्वीकृति*
*सिंहस्थ के पूर्व पर्यटन स्थल के रुप में होगा पोराणिक सभ्यता का यह धाम*
*गादीपति महाराज ,मण्डल अध्य्क्ष सहित भक्तो ओर जनता ने जताया आभार*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद। 12 सितंबर को पेटलावद में भव्य अयोजन में आये प्रदेश के मुखिया ने क्षेत्र के विकास को लेकर क़ई घोषणाएं की ओर करोड़ो रूपये के विकास कार्यों की मांग को स्वीकृत किया ।इस क्रम में कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया कि मांग पर सीएम डॉ मोहन यादव के द्ववारा प्रशिद्ध तीर्थ धाम श्रंगेष्वर महादेव के लिये रुपये 6.00 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी ।
*पूर्व में भेजा जा चुका है प्रस्ताव*
उल्लेखनीय है कि केबिनेट मंत्री निर्मला भुरीया ओर कलेक्टर नेहा मीणा के निर्देशन में जल संसाधन विभाग द्वारा के द्वारा माही एवं मधुकन्या नदी के संगम पर स्थित प्राचीन श्रृंगेश्वर धाम को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से लगभग 6.3 करोड़ रुपये का प्रस्ताव श्रृंगेश्वर घाट निर्माण सौंदर्यीकरण के लिए भेजा गया था ।
*इन निर्माण कार्यों के लिये भेजा गया था प्रस्ताव*
प्रस्ताव में जल संसाधन विभाग के माध्यम से नवीन मंदिर और प्राचीन मंदिर के मध्य लगभग 250-300 मी. लम्बा और 25 मी. चौड़ा घाट का निर्माण कर, श्रद्धाओं के बैठने की व्यवस्था, गार्डन के साथ सुरक्षा रैलिंग बनाये जाने का प्रावधान है।गौरतलब है कि श्रृंगेश्वर धाम में बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। धार्मिक पर्यटन की सम्भावनाओ को देखते हुए किनारे पर घाट को इस तरह से बनाया जाएगा कि माही के बैक वाटर में भी यह पूरी तरह से सुरक्षित रहे। यह किनारे की मिट्टी के कटाव को भी रोकेगा।
*दो नदियों, के जोड़ने वाला पोराणिक महत्च महत्व का है मन्दिर*
पेटलावद क्षेत्र के झकनावदा से करीब 5 किमी.दूर स्थित श्रृंगेश्वर धाम जन जन की आस्था का केंद्र है। यह तीर्थ स्थल माही व मधुकन्या नदी के संगम पर स्थित है और इससे पौराणिक मान्यता जुडी है। बताया जाता है कि महान संत श्रृंगी ऋषि के सिर पर सींग था। अनेक स्थानों पर विचरण करते हुए जब वे माही नदी के तट पर पहुंचे तो वहां स्नान करने के बाद श्रृंगी ऋषि के सिर के सींग गल गए थे। तभी से इस स्थान का नाम श्रृंगेश्वर धाम हो गया। यह भी कहा जाता है कि यहां पर माही नदी में स्नान करने से कई रोग दूर हो जाते हैं। इसलिए भी विशेष अवसरों पर यहां राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश सहित मध्यप्रदेश के कई दूर दराज के इलाकों से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। जन आस्था को देखते हुए ही मैंने इस स्थल को विकसित करने के लिए प्रोजेक्ट बनाने के लिए कहा था। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि तौर पर हमारे जिले में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
*सिंहस्थ के पूर्व पर्यटन स्थल के रूप में होगा विकसित*
श्रृंगेश्वर धाम को इस प्रकार के सौंदर्यीकरण के माध्यम से धार्मिक पर्यटन के साथ इसको टुरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। आगामी 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ महाकुंभ के तहत श्रृंगेश्वर धाम को शिवलिंग के टूरिस्ट सर्किट में जोड़ने के प्रयास किये जाएंगे। प्रस्ताव व घाट का डिजाइन बनाने में यह कोशिश की गई कि नए मंदिर व पुराने मंदिर को आपस में जोड़ा जा सके। टूरिज्म सेक्टर से जगह की अर्थ व्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है व रोजगार सृजित होता है। इसी के साथ देवझिरी प्राचीन तीर्थ स्थल पर भी घाट निर्माण,सौंदर्यीकरण के कार्य विभिन्न विभागों के समन्वय के माध्यम से किये जाना प्रस्तावित है।
*वर्षभर होते हैं आयोजन-*
श्रृंगेश्वर धाम पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव, सोमवती अमावस्या, शनिश्चरी अमावस्या,श्रावण मास सहित कई धार्मिक आयोजन होते हैं। वर्ष 2023 में श्रृंगेश्वर धाम पर रुद्र महायज्ञ का भव्य आयोजन भी किया गया था। ब्रह्मलीन महंत काशीगिरी महाराज ने इस धाम को पूरी मेहनत व लगन के साथ स्थापित किया था। माही डैम के बैक वाटर में प्राचीन मंदिर जलमग्न हो गया। इसके बाद नए मंदिर को घाटी पर बसाया गया। यहां शिवलिंग,पंचमुखी हनुमान जी और ऋषि श्रृंगी, महन्त काशीगिरी जी महाराज समाधि स्थल और माही माता की प्राण प्रतिष्ठा की गई है।
*सीएम डॉ यादव और केबिनेट मंत्री सुश्री भुरीया का माना आभार*
श्री श्रृंगेश्वर धाम के समीप माही-मधुकन्या नदी के तट पर घाट निर्माण एवं सौंद्रर्यकरण के लिए 6.00 करोड रुपए मंजूर किए जाने पर श्रृंगेश्वर धाम के गादीपति एवं जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव श्री महंत रामेश्वर गिरी जी महाराज ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन जी यादव एवं महिला बाल विकास मंत्री निर्मला जी भूरिया का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि घाट निर्माण होने से वर्ष में लगने वाले मेले एवं लाखों श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी। साथ ही क्षेत्र को एक नई पहचान में मिल सकेगी।वही इस क्षेत्र के मण्डल अध्य्क्ष जितेंद्र राठौर, पूर्व सांसद प्रतिनिधि राजेश कासवा , महेंद्र राठौर, हेमेंद्र कुमार जोशी, परिक्षितसिह राठौर, गोपाल राठौर, राजेन्द्र मिस्त्री ओर भक्तो जनता ने भी हर्ष व्यक्त किया हैं ओर सीएम ओर केबिनेट मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है।