*तपस्वी मनस्वी भंडारी का इनरव्हील क्लब ने किया बहुमान*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद |इनरव्हील क्लब पेटलावद राइज़ की सक्रिय सदस्य *मनस्वी भंडारी* द्वारा की गई 23 उपवास की तपस्या गतिमान होने पर क्लब की ओर से उनके निवास स्थान पर जाकर साता पूछी गई और शाल व माला पहनाकर उनका सम्मान किया गया।
तपस्या से जुड़े भक्ति गीतों के माध्यम से उनकी साधना का अनुमोदन करते हुए उन्हें आत्मबल, संयम और श्रद्धा की प्रेरणा बताया गया। इस अवसर पर *उनके परिवारजन का भी सम्मान* किया गया, जिन्होंने उनकी साधना में सहयोग और समर्थन प्रदान किया।
विशेष बात यह रही कि *मनस्वी भंडारी की तपस्या अभी भी गतिमान है* और अब वे 31 उपवास की कठिन आध्यात्मिक साधना की ओर अग्रसर हैं। यह तपस्या जैन धर्म की अत्यंत पवित्र और चुनौतीपूर्ण साधनाओं में गिनी जाती है, जो आत्मिक शुद्धि और संयम का प्रतीक है।
क्लब ने इस अवसर पर उन्हें आगामी तपस्या के लिए शुभकामनाएँ दीं और कहा कि मनस्वी भंडारी की यह साधना क्लब ही नहीं, पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक और गर्व का विषय हैं|