नगर में मातृ शक्ति ने कावड़ यात्रा निकाली
सैकड़ों मातृ शक्ति ने थामी कावड़ बाबा के जयकारे के साथ निकाली कावड़ यात्रा,
हुआ महाप्रसादी का आयोजन
थांदला मनोज उपाध्याय,,
सावन के पावन महीने में नगर में प्रथम कावड़ यात्रा मातृ शक्ति की ओर से स्थानीय अष्ट हनुमान मंदिर से निकाली गई। श्रद्धा और भक्ति के साथ महिलाओं ने भगवान भोलेनाथ की आराधना की। भोले बाबा के जयकारों के साथ महिलाएं शिव मंदिर पहुंचीं। वहां जल अर्पित कर पूजा-अर्चना की
सैकड़ों मातृ शक्तियों ने एकता, अखंडता कायम रखने की कामना को लेकर सुबह 01 बजे बावड़ी मंदिर से मातृ शक्ति कावड़ यात्रा निकाली गई। यह यात्रा नगर भ्रमण करते हुवे नगर से करीब 05 किलोमीटर दूर गुफेश्वर महादेव मंदिर (ग्राम देवीगढ़) पहुंचकर जलाभिषेक किया
देवीगढ़ हनुमान मंदिर पर सभी भक्तजनों का भोजन प्रसादी का आयोजन रखा गया जिसमें कई श्रद्धालु भक्तों ने भाग लिया पंडित द्वारका प्रसाद शर्मा द्वारा बताया गया कि प्रतिवर्ष अनुसार ईश्वर सभी थांदला से स्वयंभू माता देवगढ़ तक कावड़ यात्रा लेकर महिला मंडल मातृशक्ति पहुंची जिनके यहां पर शिवालय में अभिषेक किया साथ ही सभी को भोजन प्रसादी का लाभ लिया श्रावण मास में बाबा भोलेनाथ की आराधना के साथ ही कावड़ यात्रा का भी विशेष महत्व है।
कांवड़ यात्रा केवल जल लाने की यात्रा नहीं है, बल्कि यह भक्ति, श्रद्धा और तपस्या का प्रतीक है। शिवभक्तों के लिए यह यात्रा अपने मन को शुद्ध करने और ईश्वर के प्रति अपनी निष्ठा जताने का माध्यम है। यात्रा के दौरान भक्त कठोर तपस्या करते हैं, चलते चलते झुकते हैं, और कई किलोमीटर पैदल चलकर भगवान शिव की पूजा करते हैं।