38 वर्षों में थांदला में ही सेवा करने का मौका मिला स्टाफ का साथ और प्यार मिला उसे में कभी भुला नहीं पाऊंगा - अशोक कारीगर
,,,सेवा निवृत होने पर दी बिदाई,,,
मनोज उपाध्याय,राजेश डामर,,
थांदला 38 वर्षों में मेरे द्वारा एक ही जगह पर प्रधानाध्याय के पद पर सेवा दी हमेशा मुझे स्कूल का स्टाफ एवं गांव का सहयोग मिलता रहा जिसे मैं कभी भुला नहीं पाऊंगा उक्त उद्बोधन अशोक कारीगर ने उनकी सेवा निवृत के समय कहे कारीगर प्रधानाध्यापक के पद से सेवा निवृत हुवे उनकी नम आंखों से विदाई के समय याद किया साथ ही जब भी मुझे आप याद करेंगे तो में सेवा देने के लिया हमेशा तैयार हु में नौकरी से सेवा निवृत हूवा सेवा से नही आप को बात दे की
अशोक कारीगर 31 /12 /1986 में शासकीय बालक प्राथमिक विद्यालय थांदला में प्रधानाध्यापक के रूप में ज्वाइन किया सतत थांदला में ही सेवा देते हुए 38 वर्ष 6 माह की सेवा पूर्ण कर बालक प्राथमिक विद्यालय थांदला सीएम राइस से आज सेवा निवृत हुए
38 शाल की सेवा पूरी ईमानदारी कर्तव्य निष्ठा से समय की पाबंदी को रखते हुए सेवाएं दी
जिसको लेकर सीएम राइस विद्यालय द्वारा बिदाई दी गई इस अवसर पर सीपी त्रिपाठी ने कहा कि सेवानिवृत्ति होना एक प्रक्रिया का आधार है जो भी व्यक्ति अपनी सेवा देता है उसके बाद उसे सेवा निवृत्त होना ही पड़ता है आज हमारी संस्था को गर्व हो रहा है दुख भी हा की आज पूरी सर्विस में ईमानदारी से अपनी सेवा दी और
आज हम को छोड़ कर जा रहे, इस बिदाई के आयोजन में प्राचार्य सरिता ओझा,चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, सिंगोड सर, लचेटा सर,जयेंद्र शर्मा,जयेंद्र तिवारी, प्रशांत व्यास, ज्योति राठौड़ ,साधना त्रिपाठी, तृप्ति व्यास ,ममता भट्ट,प्रभु कटारा,विजय पोरवाल ,कमल नयन पटेल,मनीष भाबर,हेमेंद्र उपाध्याय, आदि ने स्वागत कर बिदाई दी संचालन श्रीमती ममता भट्ट आभार चंद्रप्रकाश त्रिपाठी ने माना,,,,