*संदेशे आते है हमे तड़पाते है, संदेशों को भेजने वाले डाकघर हो रहे अब आधुनिक*,*कबूतरों से सन्देश भेजने से लेकर डिजिटल पोस्ट ऑफीस तक का सफर*
*22 जुलाई से झाबुआ, रतलाम एवं अलीराजपुर जिले के डाकघरों में लागू होगी उन्नत तकनीक*
*डाक विभाग का डिजिटल प्लेटफार्म अब होगा और अधिक सहज और सुरक्षित*
*इंडिया पोस्ट लागू कर रहा है एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी*
*पोस्ट ऑफिस के ग्राहकों को मिलेंगी बेहतर, तेज और सशक्त डिजिटल सेवाएं*
*डाक विभाग का डिजिटल एक्सीलेंस की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम*
(मनोज पूरोहित)
झाबुआ। *संदेशे आते है ,हमे तड़पाते है, चिट्ठी आती है*
बार्डर फिल्म का गाना हम सबने सुना है इस गाने में परिजनों के सन्देश का इन्तेजार किस बेसब्री से होता है ये दिखाया गया है।
इन संदेशों को लाने लेजाने में पोस्टमेन ओर पोस्ट ऑफिस की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को दर्शाया गया है ।
*कबूतरों के प्रयोग से लेकर डाकघरों की स्थापना*
पुराने समय मे सन्देश भेजने के लिए कबूतरों का इस्तेमाल किया जाता था । और उसके बाद अंग्रेजी शाशन काल से भारत मे जारी यह पोस्ट आफिस कि व्यवस्था अब आधुनिक होने जा रही है।
*अब होगा नई तकनीक का इस्तेमाल*
अधीक्षक डाकघर रतलाम संभाग श्री राजेश कुमावत ने बताया कि बदलते तकनीकी युग में डाक विभाग निरंतर रूप से स्वयं को आधुनिक तकनीक के साथ समाहित करता आ रहा है। प्रोजेक्ट एरो, लुक एंड फील एवं आई टी 1.0 जैसे सफल प्रोजेक्ट्स के पश्चात अब डाक विभाग एक नई पहल-आईटी 2.0 एप्लिकेशन को लागू करने जा रहा है। डिजिटल उत्कृष्टता की दिशा में यह डाक विभाग की एक ऐतिहासिक पहल होगी।
*बड़े स्तर पर हो रहा परिवर्तन*
रतलाम संभाग के अंतर्गत झाबुआ, रतलाम एवं अलीराजपुर जिलों के 2 प्रधान डाकघरो, 36 उपडाकघरों एवं 364 शाखा डाकघरों में कार्यरत लगभग 850 कर्मयोगियों द्वारा इस महत्वपूर्ण पहल का क्रियान्वयन 22 जुलाई 2025 को किया जाएगा।
डिजिटल उत्कृष्टता एवं राष्ट्र निर्माण की दिशा में डाक विभाग की अभी तक की यात्रा में यह एक क्रांतिकारी कदम है। स्मार्ट, किफायती और भावी पोस्टल ऑपरेशन हेतु तत्परता के प्रति डाक विभाग की अटूट प्रतिबद्धता की भावना के अनुसार प्रयोक्ता अनुभवों को बढ़ाने, द्रुत सेवा वितरण तथा अधिक ग्राहक हितैषी इंटरफ़ेस के साथ इस प्रगामी डाक तकनीक (APT) एप्लिकेशन को डिजाईन किया गया है।