फैक्ट्री की आड़ में चल रहा कारोबार
झाबुआ जिले से तार जुड़े ,मेघनगर फेक्ट्री की कार्यवाही
एक हफ्ते पहले भोपाल में मिली थी 1814 करोड़ की एमड
मेघनगर की फैक्ट्री से 168 करोड़ की 112 किलो मेफेड्रोन जब्त, डायरेक्टर सहित 4 गिरफ्तार
झाबुआ,मनोज उपाध्याय,राजेश डामर,मनोज पुरोहित,,
मध्य प्रदेश में ड्रग्स के मामले को लेकर झाबुआ जिले से तार जुड़े हुए हैं आपको बता दे की नशाखोरी के मामले को लेकर मीडिया द्वारा आए दिन खबरें प्रकाशित होती रहती करवाही के नाम पर शून्य होता हैं मगर इस बड़ी झापा मार कार्यवाही को चौका दिया
भोपाल के बाद अबझाबुआ जिले के मेघनगर फार्मा प्राइवेट लिमिटेड एक फैक्ट्री से 168 करोड़ रुपए की मेफेड्रोन (मडी ड्रग्स) जब्त की गई है। शनिवार को डायरेक्टरेट रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की टीम ने औद्योगिक क्षेत्र की एक फैक्ट्री पर दबिश दी। इसमें 36 किलो ड्रग पाउडर रूप में और 76 किलो लिक्विड रूप में यानी कुल 112 किलो जब्त की गई। फैक्ट्री के डायरेक्टर सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार, कंपनी का नाम मेघनगर फार्मा है। इसका संचालक डेढ़ साल पहले ही बदला है। वर्तमान में फैक्ट्री मालिक गुजरात का बताया जा रहा है, जिसका नाम विजय है। डीआरआई ने स्वतंत्र रूप से यह कार्रवाई की है। टीम ने यहां से टेस्टिंग के लिए कुछ सैंपल भी लिए हैं। 6 अक्टूबर को गुजरात एटीएस और एनसीबी ने भोपाल की बंद फैक्ट्री से 1814 करोड़ की एमडी ड्रग तैयार करने वाला सामान जब्त किया था।
पाउडर व इंजेक्शन के रूप में बेच रहे थे
डीआरआई के कई अधिकारी मामले की पड़ताल में जुट गए हैं। यह जानकारी भी सामने आई है कि मेफेड्रोन ड्रग को बाजार में ड्रोन एम कैट (व्हाइट मैजिक) नाम से बेचा जा रहा है। हालांकि साफ तौर पर यह भारत में पूरी तरह बैन ड्रग है। प्रारंभिक जांच में यह बात भी सामने आई है कि इसे टेबलेट व इंजेक्शन व पाउडर फॉर्म में भी बेचा जा रहा था। फैक्ट्री से पकड़ाए सैंपल को फॉरेंसिक साइंस लैब में भेजा गया, जहां इसमें मैसेड्रोन होने की पुष्टि की गई है। पकड़े गए आरोपियों से भी कई अहम जानकारी डीआरआई को मिली है।