*स्व. वर्दीचंद्रजी पंचाल एवं स्व. पुरषोत्तम जी प्रजापती का संकल्प हुआ साकार.....*
*जिले के मेघनगर मे हुई भगवान विश्वकर्मा के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा*
*विश्वकर्मेश्वर महादेव जी एवं परिवार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न*
*समाज ने मंदिर निर्माण में सहयोगी रत्नो का बहुमान किया*
मेघनगर,,,,,,मेघनगर के नवनिर्मित श्री विश्वकर्मा मंदिर में भगवान श्री विश्वकर्मा एवं विश्वकर्मेश्वर महादेव जी एवं परिवार की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान से की गई। चार दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतिम दिन स्थापित देव का हवन, मूर्ति शिखर, ध्वजदंड, कीर्ति स्तंभ, भगवान श्री विश्वकर्मा एवं शिव परिवार की प्रतिष्ठा की गई।
पचाल समाज मेघनगर के रत्न एवं संस्थापक रहे स्व. वर्दीचंद्रजी पंचाल ने पूर्व सरपंच एवं समाज सेवी स्व. पुरषोत्तम जी प्रजापती के साथ मिलकर नगर मे एक भव्य मंदिर की आधारशिला रखी थी जो सोमवार को साकार हुआ यदपी आज ये दिव्य पुरुष सभी के बिच नही है पर उनके कार्यो को हमेशा याद किया जायेगा
दोपहर दो बजे तक वैदिक पूजा पाठ एवं हवन संपन्न हुआ। पूर्णाहुति के साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। पंचाल समाज द्वारा निर्मित इस भव्य मंदिर के दर्शनार्थ आसपास के ग्रामीण अंचलों के साथ गुजरात और राजस्थान के सीमावर्ती गावों से भी बड़ी संख्या में समाजजन मेघनगर पहुँचे। स्थानीय उद्योगपति आशीष गोविंद पंचाल ने श्री विश्वकर्मा भगवान की
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रमुख यजमान बनने का लाभ लिया जो मूर्ति स्थापना एवं प्रधान कुंड के भी यजमान बने। शिखर प्रतिष्ठा के यजमान मनीष पंचाल, ध्वज प्रतिष्ठा के यजमान गौरव पंचाल, मुख्य प्रतिष्ठा कुंड अनिल पंचाल, पंचकुडा यजमान अविनाश, विजय मोनू, सचिन एवं हार्दिक पंचाल रहे। कीर्ती स्तंभ यजमान रमेशचंद्र पंचाल, भगवान छत्र यजमान पूनमचंद्र पंचाल,
प्रथम श्रृगार के यजमान वर्दीचंद पंचाल, प्रथम आरती के यजमान दीपक पंचाल, प्रथम दर्शन यजमान प्रकाश पंचाल, इलेक्ट्रिक घंटी यजमान उमेश पंचाल, भगवन चंवर यजमान बाबूलाल एवं मनोज पंचाल, प्रथम भोग के यजमान सौरभ पंचाल, हंस प्रतिष्ठा यजमान दशरथ पंचाल गरूड़जी यजमान रामचंद्र पंचाल एवं ताम्र घंटी यजमान मुकेश पंचाल कुशलगढ रहे। शिव परिवार के लाभार्थी बसंत पंचाल परिवार मेघनगर रहे।
पंचाल समाज के इस चार दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान को त्रिपुरा सुंदरी मंदिर बांसवाड़ा के प्रतिष्ठाचार्य श्री निकुंजमोहन पंड्या राजपुराहित के मार्गदर्शन में विद्वान ब्राह्मणों और पुजारियों द्वारा सम्पन्न कराया गया। आयोजन के दौरान समाज ने मंदिर निर्माण में सहयोग करने वालों का बहुमान कर उनका पंचाल समाज की ओर से अभिवादन किया गया। आयोजन में ज्ञा पिपलखूंटा के महंत श्री दयारामदासजी पीपालखूंटा महाराज, मेघेश्वर महादेव मंदिर मेघनगर के मंहत श्री ब्रदीदासजी महाराज, सहित कई अन्य संतों ने अगुवाई की। आयोजन में बड़ी संख्या में शहरवासियों एवं गणमान्य नागरिकों ने सहभागिता कर भंडारे में प्रसादी ग्रहण की।
आयोजन मे उपस्थित सभी भक्तो को साई मित्र मंडल द्वारा स्वागत द्वार पर शीतल प्रसादी वितरित कर लाभ लिया