*हज़रत ओढ़ी वाले बाबा के उर्स का 29 मई से होगा आगाज*
*उर्स कमेटी की हुई बैठक, सर्वसम्मति से सलीम शेख बनाए गए सदर, जावेद कुरेशी बने उपसदर, सलमान शैख सचिव*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद। सर्वधर्म, अमन-चैन, कोमी एकता और आस्था का प्रतीक शहंशाहे पेटलावद हजरत ओढ़ी वाले दाता रे.अ. (दादाजी) के सालाना उर्स का आगाज 29 मई से होगा। इस दौरान बाबा के आस्ताने पर जायरिन अपनी मन्नतो को पूरा करने के लिए बड़ी संख्या में इकठ्ठे होंगे। सालाना उर्स को लेकर एक बैठक का आयोजन अंजुमन कमेटी सहित समाजजनो द्वारा रविवार को दरगाह परिसर में हुआ, जिसमें सर्वसहमति से सलीम शेख उर्फ भय्यू शेख़ को सदर नियुक्त किया गया। इसके बाद सदर सलीम शेख़ ने जावेद कुरेशी को उपसदर बनाया। इसके साथ ही सचिव के पद को यथावत रखा गया, जो जिम्मेवारी सलमान शेख द्वारा निभाई जा रही है। अंजुमन कमेटी सदर जावेद लोदी और अन्य पदाधिकारियों और समाजजनों ने इन नामों पर मुहर लगाई और मुबारकबाद दी। इस अवसर पर अंजुमन कमेटी सदर जावेद लोदी, समाज के वरिष्ठ इमामुद्दीन शेख, नासिर शेख, मुख्तियार एहमद, बंटी बाबा, पप्पू मंसूरी, अकबर कुरैशी, अमजद लाला, सलीम शेख, आमिर बागबान, साबिर भाटी, गनी बागबान, शाकिर कुरैशी, सादिक बागबान, शोएब शेख, अरबाज खान, जाबिर शेख, गोलू खान, कालू शेख आदि समाजजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे। बैठक का संचालन सलमान शेख ने किया। आभार उर्स कमेटी सदर सलीम शेख ने माना।
*मुस्लिम समाज से ज्यादा आते हैं अन्य धर्म के जायरीन:*
गौरतलब है कि पंपावती नदी के किनारे स्थित दरगाह न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि अन्य धर्म के लोगों के लिए भी आस्था और शांति-सोहार्द्र का केंद्र माना जाता है। यहां होने वाले उर्स में कई राज्यों से भी श्रद्धालु अपनी मन्नते लेकर आते हैं। उर्स 31 मई तक चलेगा। तीन दिनों तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। रात में कव्वाली की महफिल सजेगी। इसमें उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की कव्वाल पार्टियां बाबा की शान में कलाम पेश करेंगी।
*पूरी होती हैं जायज तमन्ना:*
हजरत ओढ़ी वाले दाता की दरगाह करीब 323 साल पुरानी प्राचीन बताई गई है। उनका मजार कदीमी होकर हर जाति व धर्म को मानने वाले यहां अपनी जायज तमन्नाओं को लेकर आते है और मुराद पूरी होने पर अकीदत के फूल चढ़ाते हैं। बाबा के उर्स की महफिल की रौनक बढ़ाने के लिए कई बुजुर्ग और सूफी-संत यहां तशरीफ ला रहे हैं। बाबा के आस्ताने का नूरानी और चिश्ती स्वरूप हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लेता है। हजरत ओढ़ी वाले बाबा के मजार पर विगत 21 वर्षो से उर्स का प्रोग्राम किया जा रहा हैं। इस बार भी बाबा का उर्स शनोशोकत से मनाया जाएगा।
*उर्स की तैयारियां हुई शुरू:*
उर्स कमेटी के सदर सलीम शेख ने बताया कमेटी के सदस्यों द्वारा उर्स के लिए तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। दरगाह पर आकर्षक रोशनी की जाएगी। जायरिनों के लिए पानी की व्यवस्था अलग से रहेगी। उर्स में साउंड श्री राम डीजे पेटलावद द्वारा लगाया जाएगा। उर्स कमेटी ने उर्स में अधिक से अधिक संख्या में सहभागिता करने का आह्वान किया है।
*यह होगा आस्ताने औलिया पर:*
*29 मई:* सुबह 6 बजे बाद नमाजे फजर संदल होगा, इसके बाद सुबह 8 बजे आस्ताने औलिया पर कुरआन ख्वानी होगी। शाम को असर की नमाज के बाद हुसैनी चौक के आगे स्थित पुलिस वाले बाबा की दरगाह से चादर शरीफ का जुलूस निकलेगा। जुलूस हुसैनी चौक से सीधे आस्ताने औलिया पर पहुंचेगा। जहां चादर पेश की जाएगी। रात 8 बजे बाद दरगाह में तकरीर का आयोजन होगा।
*30 मई:* रात 8 बजे बाद शुरू होने वाले महफिले सिमां कार्यक्रम में देश के प्रसिद्ध कव्वाल जनाब गुलाम वारिस देवा शरीफ (उत्तरप्रदेश) और इकबाल रमजान फरीदी (जावरा) कव्वाल पार्टियां प्रस्तुति देगी।
*31 मई:* सुबह सादिक यानि फजर की नमाज के पहले कव्वाली के समापन के बाद ही महफिले रंग व कुल की फातेहा होगी।