*मातृशक्ति आयाम ने किया जिला स्तरीय महिला सम्मेलन आयोजित*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद।देवी अहिल्या बाई होलकर एवं श्रीमती सावित्री देवी फुले ने महिला शिक्षा एवं रूढ़ियों के कारण महिला उत्पीडन के विरुद्ध संघर्ष कर सामाजिक समरसता एवं महिला सशक्तिकरण के लिए जो योगदान दिया है वह महिला समाज के लिए प्रेरणादायक एवं अनुकरणीय है।
*महिला सम्मेलन हुआ आयोजित*
उक्त उद्बोधन देवी अहिल्या बाई होलकर त्रि शताब्दी जन्म जयंती एवं सावित्रीबाई फुले की जयंती के अवसर पर सामाजिक समरसता मातृ शक्ति आयाम जिला झाबुआ द्वारा पेटलावद नगर में आयोजित महिला सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए सामाजिक समरसता मातृ शक्ति आयाम मालवा प्रांत प्रमुख एवं केन्द्रीय टोली सदस्य श्रीमती आशा श्रीवास्तव ने व्यक्त किये।
उन्होंने विस्तार से इन दोनों महान विभूति के महिला सशक्तिकरण के लिए किये गये योगदान का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया जिसमें देवी अहिल्या बाई होलकर की न्याय प्रियता का उदाहरण दिया।
सम्मेलन की अध्यक्षता नगर पंचायत पेटलावद की अध्यक्ष श्रीमती ललिता योगेश गामड़ द्वारा की गई उन्होंने ने भी अपने उद्बोधन में समाज में नारी शक्ति के योगदान को रेखांकित करते हुए देवी अहिल्या बाई होलकर एवं श्रीमती सावित्री देवी फुले के जीवन से प्रेरणा लेकर सामाजिक समरसता हेतु कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया।
*इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति*
इस अवसर पर सामाजिक समरसता विभाग प्रमुख मालवा प्रांत श्री देवराज जी पंवार धर्माचार्य आयाम प्रांत टोली सदस्य श्री आशीष जी मेहता सामाजिक समरसता मातृ शक्ति आयाम जिला संयोजक श्रीमती मोना मेहता सह संयोजक द्वय श्रीमती देवबाला सोनी एवं श्रीमती चन्द्र कलाजी फरक्या नगर प्रमुख श्रीमती दिप्ती परमार नगर पंचायत पेटलावद की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती संगीता भंडारी सहित जिले की सामाजिक समरसता मातृ शक्ति आयाम की दायित्वाधीन महिलाओं सहित बड़ी संख्या में मातृ शक्ति उपस्थित रही है।