*धर्मांतरण से जूझ रहे वनवासी अंचल में अंतरराष्ट्रीय संत श्री कमलकिशोर जी नागर की धर्म व्यापी सराहनीय पहल*
*क्षेत्र के 10 ग्रामो में मन्दिरो का जीर्णोद्धार का उठाया बीड़ा, ग्रामीणों को जोड़ रहे धर्म ,सनातन ओर भारतीय संस्क्रति से*
*निर्माण कार्यो को देखने पहुँचे संत प्रभु जी नागर, ग्रामीणों ने किया स्वागत*
*गोसेवा,धर्म कथा ओर प्रचार के साथ सनातन की धर्मपताका लहरा रहे क्षेत्र में संत नागरजी*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद। अंतराष्ट्रीय संत,शिरोमणि , गोमाता के भक्त श्री कमल किशोर जी नगर पिछले क़ई सालों से अपनी धर्मकथाओ के माध्य्म से पूरे देश शहीत विदेशों में भी धर्म का प्रचार प्रसार करते हुए हिन्दू समाज को ज्ञान और एकत्रित और सनातनी परम्परा का निर्वाह ओर प्रचार प्रसार कर रहे है । मप्र ओर मालवा क्षेत्र में इनके लाखो अनुयायी ओर भक्त है ।
*लहरा रहे धर्म पताका*
श्री नागर जी सिर्फ धर्म प्रचार और कथाएं ही नही करते बल्कि वे गोमाता की सेवा और मन्दिरो के जीर्णोद्धार ओर गरीब जन के कल्याण सेवा और सहायता भी करते है । श्री नागर जी के नेतृत्व में क़ई बड़ी गौशालाये सन्चालित हो रही है जहां लाखो की संख्या में गोवंश कि देखरेख होती है ।
*क़ई धार्मिक सामाजिक गतिविधियो को कर रहे सन्चालित*
गोसेवा के साथ ही संत श्री कमल किशोर जी नागर अपने पुत्र और कथावाचक प्रभु जी नागर के साथ मिलकर क़ई मन्दिरो का जीर्णोद्धार ओर स्थापना कर रहे है ।
*मन्दिरो का हो रहा जीर्णोद्धार*
बात करे पेटलावद क्षेत्र की तो पेटलावद के 10 ग्रामो पिपलीपाडा,कानाकुआ,
मोटाकुआँ,नाहरगढ़, गुलरीपाड़ा के मन्दिरो पर टिन शेड ,दरवाजा ओर ओटले का निर्माण करते हुए प्रत्येक मन्दिर पर लगभग 35 से 40 हजार रुपये टिन शेड की छत डलवाई है ।वही सिमलावदा,बेकलदा, बड़ा सलूनिया,पीठड़ी, पनास के हनुमानजी मन्दिरो का जीर्णोद्धार करते हुए प्रत्येक मन्दिर पर लगभग 03 से 04 लाख रुपये खर्च करते हुए मन्दिरो का जीर्णोद्धार करवाया है और उक्त पुनीत कार्य लगातार जारी है।
*प्रभु जी नागर ने लिया निर्माण कार्यों का जायजा*
ओर इन्हीं मन्दिरो में से बेकलदा ओर पिपलीपाडा में हो रहे निर्माण कार्यो को देखने के लिये गत दिनों प्रभु जी नागर अल्प प्रवास पर बेकलदा पधारे जिनका क्षेत्र के ग्रामीणों भक्तो सहीत मार्केटिंग सोसायटी व भाजपा के वरीष्ट नेता नरेंद्रपालसिह राठौर सलूनिया, रायपुरिया के प्रसिद्ध डॉ प्रवीण हामड,कमरू भाई अजनार,लालू जी पाटिदार,कांतिलाल पाटिदार, राजुभाई राठौर उदयगढ़,शंकरभाई भुराडाबरा,गजेन्द्रसिंह बेकलदा रुमाल भाई, तोलाराम भगत , आदि ने जोरदार स्वागत वन्दन करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया । वही संत श्री प्रभु जी नागर ने भी चल रहे निर्माण कार्यो को देखकर प्रशन्नता व्यक्त करते हुए आवश्यक निर्देश भी दिए ।
*धर्मांतरण पर रोक ओर सनातनी परम्परा की स्थापना*
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यही नही ये मन्दिर पेटलावद क्षेत्र के ठेठ ग्रामीण इलाकों में मौजूद है जहाँ जनजातीय सदस्यों की संख्या बहुतायात में मौजूद है ।इन ग्रामीणों को सनातनि परम्परा, पूजन पाठ ,हनुमान चालीसा ओर भजन आदि के माध्यम से सनातन से जोड़ने के लिए भी लगातार प्रयास किये जा रहे है ।
बलिदान ओर सहयोग का रहेगा सनातन रिणी*
इस तरह है आदिवासी अंचल जो धर्मांतरण जैसी बड़ी समस्या से जूझ रहा है । जिसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ,हिन्दू जागरण मंच, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, हिन्दू सेना ,हिन्दू महासभा, जनजाति जागरण मंच जैसी संस्थाएं लगातार प्रयास कर रही है । ऐसे में संत श्री कमल किशोरजी नागर ओर प्रभु जी नागर द्वारा की जा रही यह सनातन ओर हिन्दू धर्म और गो माता की सेवा भारतीय धर्म इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखी जावेगी ।