*श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव के दर्शन वंदन कर मनाया गुरुपूर्णिमा महोत्सव*
*लाभार्थियों ने लिया बढ़ चढ कर लिया हिस्सा
(मनोज पुरोहित
पेटलावद) - पूर्णिमा महोत्सव के पावन अवसर पर श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव दरबार दामोदर कॉलोनी में भव्य आयोजन आयोजित किया गया। सुबह 8 बजे श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव,श्री नाकोड़ा भैरव देव,श्री नाकोड़ा काला भैरव देव एवं श्री अछुपता देवी मां की आरती उतारी गई। तत्पश्चात गादीपति श्री सुमित जी पीपाड़ा के आदेशानुसार छत्र, गादी, छप्पन नैवेद्य, डमरू, त्रिशूल, अखंड ज्योत, लड्डू, मिष्ठान, साफा, तेल, घी अर्पण करने वाले लाभार्थी परिवारो ने अपनी बारी बारी से मन्नत पूरी कर दादा का आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर कन्या कुमारी (काश्मीर), लुधियाना (पंजाब), मुंबई, दिल्ली, गुजरात संजैली, बड़ा अंबाजी, महाराष्ट्र, निमाड़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों से भक्तों ने पहुंच कर दादा से आशीर्वाद प्राप्त कर आयोजन में उपस्थिति दर्ज की।
श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव दरबार की गुलाब से आकर्षक सजावट की गई। शाम को दादा की आरती के पूर्व दीपक से आकर्षक त्रिशूल की आकृति में सजावट की गई, तत्पश्चात महाआरती उतारी गई। इस अवसर पर श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव ट्रस्ट मंडल एवं कार्यकारिणी मेवानगर पेटलावद ने उपस्थित होकर पूरा दिन सेवा प्रदान की।
इस अवसर पर श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव कार्यकारिणी मेवानगर पेटलावद के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि दादा के दरबार में प्रति पूर्णिमा सैकड़ो भक्तों का ताता लगता है एवं जो भी भक्त सच्चे मन से मन की मुरादे लेकर इस दरबार में आते है। उनकी मुरादे भी जल्द पूरी होती है। एवं जिसका काम हो जाता है वह उनकी मंशा अनुसार वह दादा को उनके भाव से जो मन्नत पूरी करना होती है, करते है।