*गुरु शिष्य परम्परा का अदभुद उदाहरण है पम्पावती नदी के किनारे बना पौराणिक बिलकेश्वर महादेव मंदिर आश्रम*
*सालों से आयोजित होता है गुरुपूर्णिमा महोत्सव दूरदराज से आते भक्त*
*नगर की पौराणिक धरोहर है मन्दिर आश्रम*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद।पम्पावती नदी के किनारे बसे पेटलावद नगर में क़ई पौराणिक काल के मंन्दिर स्थापित है जो न सिर्फ भक्तो की आस्था के केंद्र है बल्कि ये मन्दिर हमारे क्षेत्र की परम्परा, सभ्यता संस्क्रति, मर्यादा ओर धर्म परायण का प्रतीक भी है ।
*गुरु शिष्य परम्परा का अदभुद आश्रम, नगर की है धरोहर*
इन मंदिरों के बीच नगर में भक्तो ओर गुरु और शिष्य की परंपरा का प्रतीक बिलकेश्वर महादेव मंदिर आश्रम है । उलेखनीय हेकि पम्पावती नदी के किनारे बने इस प्राचीन मंदिर में शिव परिवार, माता जगदम्बा ओर श्री राधाकृष्ण जी की चमत्कारिक मूर्तिया वर्षो पूर्व से स्थापित है ,जहां प्रतिदिन भक्तगण पूजन अर्चन के लिये आते है ।
वही इस इस मंदिर आश्रम पर गुरु ब्रहस्पतिनाथ की दिव्य मूर्ति भी स्थापित है जो कि गुरु शिष्य परम्परा का अद्भुत उदाहरण है । वर्तमान में इस मंदिर आश्रम की सेवा पूजा अर्चना महंत गादीपति उत्तमनाथ जी करते है ।
*35 वर्षो से आयोजित होता है गुरु पूर्णिमा महोत्सव,दूरदराज से आते है भक्त*
महंत गादीपति उत्तमनाथ जी ने बताया कि इस मंदिर आश्रम पर पिछले 35 वर्षों से गुरुपूर्णिमा महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है जिसमे गुजरात,सौराष्ट्र, महाराष्ट्र ,राजस्थान व दूरदराज क्षेत्रो से भक्तगण आराधना व दर्शन हेतु उपस्थित होते है ।
*भव्यता से होगा आयोजन*
हर वर्ष की तरह इस बार भी 10 जुलाई गुरुवार को गुरुपूर्णिमा महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा महाआरती ओर महाप्रसादी का आयोजन होगा ।
*लेवे धर्म लाभ*
गादीपति महन्त उत्तमनाथ जी ,व भक्त अशोक चौहान आदि ने धर्म प्रेमी जनता से आयोजन में शामिल होने की अपील की है।