*अभातेयुप के निर्देशन में तेयुप पेटलावद ने स्थानीय तेरापंथ भवन में किया साध्वी श्री पंकज श्री जी आदि ठाणा-3 के पावन सानिध्य में मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन*
*स्थानीय ज्ञानशाला परिवार की रही महत्वपूर्ण भूमिका, नन्हे नन्हे बच्चों ने दी सामूहिक सुंदर प्रस्तुतियां*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद (नि.प्र.) परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री पंकज श्री जी आदि ठाणा- 3 के पावन सानिध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में स्थानीय तेयुप द्वारा मंत्र दीक्षा कार्यशाला का आयोजन स्थानीय तेरापंथ भवन में किया गया।उक्त आयोजन में साध्वी श्री पंकज श्री जी ने अपने मंगल उदबोधन में मंत्र दीक्षा को एक महत्वपूर्ण उपक्रम बताते हुए कहा कि गुरुदेव आचार्य श्री तुलसी ने जो संकल्प लिया था व जो सपना देखा था आज वह पूरा होते हुए दिख रहा है। इस गरिमामय अवसर पर साध्वी श्री शारदा प्रभा जी ने नमस्कार महामंत्र की महिमा बताते हुए कहा कि नमस्कार महामंत्र की मंत्र दीक्षा न सिर्फ बच्चों को बल्कि बड़ो को भी लेनी चाहिए।
कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए साध्वी श्री शालीनप्रभा जी ने ज्ञानशाला की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के भीतर धार्मिक संस्कार जगाने के लिए ज्ञानशाला का एक अहम योगदान है।
कार्यक्रम में सभा अध्यक्ष नरेंद्र जी पालरेचा ने सभी अभिभावकों से अपने छोटे छोटे नन्हे बच्चों को ज्ञानशाला भेजने हेतु सभी से निवेदन किया।
इस अवसर पर *तेयुप अध्यक्ष अभिषेक पटवा,मालवा सभा से फूलचंद जी कांसवा,महिला मंडल अध्यक्षा हेमलता कोठारी,ज्ञानशाला की क्षेत्रीय संयोजिका पुष्पा जी पालरेचा, श्रीमती रेखा पालरेचा ,काव्या भटेवरा सहित आदि ने अपनी अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति दी। *कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओ द्वारा सामूहिक मंगलाचरण से की गई। कार्यक्रम में ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी बच्चों ने सामूहिक रूप से अपनी विभिन्न मनमोहक सुंदर प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।उक्त कार्यक्रम में आभार व्यक्त करते हुये ज्ञानशाला प्रशिक्षिका रेखा पटवा ने ज्ञानशाला के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उनके आयामो के बारे में बताया।
उक्त कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रावक समाज विशेष रूप से उपस्थित था। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी पंकज जे.पटवा ने दी।