*श्रद्धा के अभाव मे हमारा जीव संसार में भटक रहा है ..साध्वी*श्री सुव्रता जी*
*मोदी और मूणत परिवार ने की प्रभावना*
(मनोज पुरौहित)
पेटलावद।ओली जी पर्व का सातवां दिन दर्शन पद की आराधना करने का है। दर्शन यानी जिनवाणी व धर्म में दृढ़ श्रद्धा होना। जिसकी धर्म में श्रद्धा दृढ होगी उसका चरित्र भी शुद्ध हो जाता है।एकलव्य ने मात्र गुरु में श्रद्धा रखी और उनकी अनु उपस्थित मे भी वह कुशल योद्धा बन गया।वैसे ही जो देव गुरु धर्म में दृढ़ श्रद्धा रखेगा वह मोक्ष मार्ग को पालेगा। गुरु भले हमसे बोले नही तो भी उन पर श्रद्धा रख निकट ही रहना चाहिए क्योंकि उनके क्रिया कलाप भी हमे बहुत कुछ कह देते हैं ।जैसे ईत्र वाले से ईत्र नहीं खरीदने पर मात्र उसके पास रहने से हमें सुवास मिल जाती है।
श्रद्धा के अभाव मे हमारा जीव संसार में भटक रहा है। सम्यक दर्शन विशेष पर्याय है जो हमारे जीवन में निश्चल श्रद्धा व विश्वास जगाता है।भगवान ने जो कहा उसे पर दृढ़ श्रद्धा रखना ही सम्यक दर्शन है।
उक्त धर्म उपदेश साध्वी श्री सुव्रता जी ने ओली पर्व के सातवें दिन धर्म सभा में कहे। साध्वी श्री नेह प्रभा जी ने कहा इंद्रियों को वश में नही रखने से जीव आकुलता व्याकुलता हो जाता है। पतंगा अपनी इंद्रियों को वश में नही रही रखने से जिंदा जल जाता है। आज सातवें दिन 61 आयबींल हुए जिसके लाभार्थी झमक लाल ताराचंद भंडारी परिवार रहा ।आज कि प्रभावना विरल कुमार अनोखी लाल मोदी दीपेश सोहनलाल मुणत विजय कुमार विपुल कुमार रखब चंद सोलंकी दीपक भंडारी परिवार रहा।