गोवंश को पूजने वाले देश मे ,गोरक्षा वर्ष घोषित करने वाले प्रदेश में नही थम रहा गोवंश पर अत्याचार*

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गोवंश को पूजने वाले देश मे ,गोरक्षा वर्ष घोषित करने वाले प्रदेश में नही थम रहा गोवंश पर अत्याचार*

 *गोवंश को पूजने वाले देश मे  ,गोरक्षा वर्ष घोषित  करने वाले प्रदेश में नही थम रहा  गोवंश पर  अत्याचार*

*पम्पावती  के इस छोर से माही के उस छोर तक गोंभक्तो के प्रयासों को सलाम, दूसरे जिलों की तरह हमारे क्षेत्र में भी हो पुलिस और प्रशाशन की  सख्ती*

*24 सालों से संचालित गोशाला को संचालित करने वाली जीवदया समिति ने सोपा कलेक्टर को आवेदन, भूमि और सहयोग की करी मांग*

(मनोज पुरौहित)

पेटलावद। भारतवर्ष को हिंदू राष्ट्र और गौराष्ट्र कहा जाता है गो हमारी माता है यह हर हिंदू और सनातनी धर्म का व्यक्ति नारा लगाता है।   प्रदेश के मुखिया सीएम  डॉ मोहन यादव ने  गो रक्षा वर्ष भी घोषित कर रखा है।

*गो तस्करी ओर मांस ले  चुका है उधोग का रूप*




 किंतु देश में गो वंश की व्यवस्थाओं, गो मांस की बिक्री जो कि एक उधोग के रूप में चल रही है  । ओर इस धन्धे में जुड़े लोग दिनरात फल फुल रहे है। इतने बडे कारोबार को  सरकार और प्रशाशन व पुलिस के सहयोग के बीना संचालित नही किया जा सकता है ।  गाय को माता के रूप में पूजने वाले देश मे गोवंश के अवैध परिवहन, और गोवंश पर हो रहे अत्याचार किसी 

से छुपे न हीं है।

*पम्पावती से माही किनारे तक के गोंभक्तो के प्रयासों से बचा है क़ई बार गोवंश*


 पेटलावद क्षेत्र में भी गोवंश की रक्षा के लिए पम्पावती  नदी के इस  तट से लेकर माही नदी के उस  तक गोभक्तों की प्रयासों से कई बार गोवंश  अवैध परिवहन एवं गोमांस  बनने से बच जाते हैं विदित हो कि  लगातार गोवंश खत्म होता जा रहा है।

*दूसरे जिलों में पुलिस ओर प्रशाशन कर रहा है सख्ती*

 उल्लेखनीय है कि गोंभक्तो के प्रयासों से पिछले 01 वर्ष में रतलाम, नयागांव , नीमच क्षेत्र में  500 से ज्यादा गोवंश को बिकने जाने से बचाया गया है ,। वही गो तस्करों के तमाम प्रयासों को दरकिनार करते हुए रतलाम  जिला प्रशाशन ने  सीएम के निर्देश डॉ मोहन यादव के निर्देश पर  इन अवेध परिवहन करने वाले 65 से ज्यादा वाहनों को राजसात करने का आदेश देते हुए लगभग  700 करोड़ रुपये शाशन के खाते में राजस्व जमा किया है जो अपने आपमे एक बड़ा आंकड़ा है ।

*हमारे क्षेत्र में भी पुलिस और प्रशाशन से सख्ती कि दरकार*

उल्लेखनीय है कि हमारा क्षेत्र जो कि गुजरात ओर राजस्थान की सीमा से लगा हुआ है और इस क्षेत्र में भी गोतस्कर सक्रिय है जिंन पर भी  पुलिस और प्रशाशन को सख्त कार्यवाहि किया जाना चाहिये। 

*24 सालों से संचालित है हमारे नगर की गोशाला*

पेटलावद क्षेत्र में भी गोवंश ओर गायों के पालने ओर देखभाल के लिये  बामनिया ओर पेटलावद में गोशालाये बनी हुई ।बात करे पेटलावद नगर की तो  इस क्षेत्र की सबसे पुरानी  गोशाला रायपुरिया रोड पर कृषि मंडी ओर   आशाराम आश्रम के निकट बनी हुई है और इस गोशाला को नगर की जीवदया समिति  संस्था संचालित करती है जो पिछले 24 सालों से गोसेवा के लिये पूरे क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान  भी बना चुकी है। उक्त गोशाला जो कि लगभग 0,32 हेक्टेयर (02 बीघा) में निर्मित है , जहाँ पर वर्तमान में 200 गोवंश है , जीनकी प्रतिदिन देखभाल समिति के सदस्यो के द्वारा की जाती है ।


*गोशाला संचालन में आ रही दिक्कतें*

 लेकिन पिछले  कुछ समय से उक्त गोशाला ओर इसके लिये समर्पित भाव से कार्य करने वाली संस्था जीवदया समिति को क़ई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । जिसके लिये जीवदया समिति रायपुरिया रॉड पेटलावद  के सदस्यों ने मंगलवार को पेटलावद में कलेक्टर नेहा मीणा के समक्ष जनसुनवाई में एक आवेदन सौपा ओर अपनी मांग रखी ।

*यह मांग रखी क्लेक्टर के समक्ष*

जीवदया समिति के द्वारा अपने आवेदन में बताया कि गोशाला में 200 गोवंश है जिनके रखने के लिये पर्याप्त भूमि का अभाव है ,वही गोशाला के निकट कृषि उपज मंडी की बाउंड्रीवाल बनी हूई है । जिसके निकट ही शाश्किय भूमि है ,जिस पर कुछ लोगो ने अवैध रूप से कब्जा ओर अतिक्रमण कर रखा है ।

*गोवंश को रखने और चरागाह   रुप मे उपयोगी हो सकती है भूमि*


यदि उक्त भूमि को शाशन के सहयोग से अतिक्रमण से मुक्त करवाकर गोशाला को दे दी जाए तो उक्त भूमि को। चरागाह के रूप में उपयोग करते हुए घास उगाकर गोवन्स के चरने के लिये व्यवसथा कि जा सकती है, वही  गौवंश क़ई रखने और गोशाला के विस्तार में भी भूमि उपयोगी साबित हो सकती है ।

*समिति के प्रयासों से होगा गोवंश को फायदा*

इस तरह से गोवंश के लिये जीवदया समिति ने प्रशाशन से  सहयोग के लिये आवेदन देकर गोवंश कि सुविधाओं में बढ़ोतरी का सराहनीय प्रयास किया है ।

*इनका है कहना*

*महेंद्र अग्रवाल अध्य्क्ष जीवदया समिति पेटलावद,  व  जिला गोपालन समिति के सदस्य*

 ने बताया कि   गौवश का रोजाना भारी मात्रा में परिवहन हो रहा है। जबकि जिला सीमावर्ती राज्य से लगा हुआ है। सीएम  सा के गौरक्षा वर्ष की धज्जियां उड़ाई जा रही है। निकट जिला रतलाम में पिछले दिनों 500 से अधिक गौवंश को बचाया गया है।  माननीय कलेक्टर द्वारा 65 वाहन (करीब 7 करोड़)राजसात कर दिए।  नगर की गोशाला के लिये क्लेक्टर महोदय को आवेदन सोपा है ।





 



 

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