,,,,संपूर्णता अभियान फ्लॉप.......
,,,,,आकांक्षी योजना के तहत थांदला मे
संपूर्णता अभियान कार्यक्रम सीई ओ जनपद क़ी लापरवाही के चलते अव्यवस्था क़ी भेट चढ़ा
,,,,,मीडिया को कार्यक्रम से दूर रखा,,,,
मनोज उपाध्याय,राजेश डामर,
थांदला,, जिले मे आकांक्षी योजना के तहत चार ब्लाक मे संपूर्णता अभियान का शुभारंभ आनन फानन मे किया गया ब्लाक मे भी शुक्रवार को नई मण्डी प्रांगण मे आयोजित कार्यक्रम मे जनपद सीईओ देवन्द्र बराडिया की लापरवाही के चलते अव्यवस्था की भेट चढ गया। कार्यक्रम मे नीति आयोग की सदस्य मैत्री मिश्र व कलेक्टर नेहा मीणा को भी भ्रमित किया गया। अव्यवस्था का आलम यह रहा कि अतिथियो के स्वागत तक की व्यवस्था एसडीएम तरूण जैन को सभांलना पडी। जनपद सीईओ बराडिया ने शासन की महत्वाकांक्षी योजना को शासन की सामान्य योजना की तरह क्रियान्वित
करते हुवे कार्यक्रम मे स्थानीय जनप्रतिनिधियो को भी आमंत्रित नही किया। अभियान का उदेश्य आम लोगो मे जागरूकता पैदा करना था लेकिन योजना की नोडल एजेन्सी स्वयं जागरूक नही बन पाई कार्यक्रम मे आम लोगो की उपस्थिति भी काफी कम थी कार्यक्रम मे कम उपस्थिति को देखते हुवे सब्जी मण्डी मे आये किसानो को बुलाकर बैठाया गया वही कर्मचारीयो और आंगनवाडी कार्यकर्ताओ को बैठाकर उपस्थित दर्शाई गई। कार्यक्रम की सूचना जनपद सदस्यो को भी समय पर नही दी गई जनपद अध्यक्ष पोनी जालम डामोर ने बताया कि कार्यक्रम की सूचना ऐन वक्त पर दी गई थी तय समय पर मै कार्यक्रम मे पहुची तब तक कार्यक्रम समाप्त हो चुका था। अभियान के तहत कृषि विभाग द्वारा 08 तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा 106 लोगो को जागरूक किया गया। कार्यक्रम मे लाभान्वितो को लेकर भी कृषि विभाग व जनपद के आंकडो मे अंतर मिला। अभियान के आगामी चरण का कियान्वयन किस प्रकार होगा इसको लेकर भी जनपद सीईओ बराडिया का कहना था कि अभियान मे स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, महिला बाल विकास तथा एनआरएलएम कार्य करेगे जनपद का कार्य केवल मानिटरिग का है शा सन की जन कल्याणकारी योजनाओ का लाभ आमजन तक पहुच ही नही पाता है क्योकि योजनाओ के बारे मे अधिकारी स्वंय अनभिज्ञ रहते है।
बहरहाल शासन क़ी जन कल्याण कारी योजना हो या अन्य आयोजन नगर के विभागीय अधिकारियो द्वारा मीडिया व जनप्रतिनिधि को कार्यक्रम से दुरी बनाते है ऐसी क्या वजह है?
शायद विभागगीय अधिकारी को काला, पीला करना हो खेर जो भी हो पर नगर मे वर्तमान मे मोहनजी क़ी सरकार मे मदमस्त है बेखौफ है ऐसे साहसी, निडर, मेहनती, ईमानदार अधिकारियो पर नगर को फ़ख्र है.
सम्पूर्णता अभियान प्रदर्शन के जिन प्रमुख संकेतकों पर ध्यान देगा, उनमें शामिल हैं- ऐसी गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, जिन्हें देखभाल के लिए पंजीकृत किया गया है, मधुमेह से पीड़ित लोगों का प्रतिशत, हाइपरटेंशन से पीड़ित व्यक्तियों का प्रतिशत, ऐसी गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत जिन्हें अतिरिक्त पोषण प्रदान किया जा रहा है, मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए जाने का प्रतिशत और ऐसे स्वयं सहायता समूहों का प्रतिशत जिन्हें प्रखंड स्तर पर राशि दी गई है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले जिलों और प्रखंडों में तीन महीने की कार्य योजना चलाई जाएगी और हर क्षेत्र में परिपूर्णता की प्रगति की निगरानी की जाएगी, जागरूकता लाई जाएगी और अभियान के अनुसार व्यवहार में परिवर्तन पर नजर रखी जाएगी