*जानी मानी हस्ती पारसमल जी कोटड़िया के 75 वी वर्षगाँठ पर हुआ शानदार स्वागत, अभिनंदन ,सम्मान समारोह*
*सामाजिक,धार्मिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, मित्रो ,परिजनों ने दी शुभकामनाएं बधाई*
*75 की आयु में जीवन जीने का तरीका, जो मायूस है जीवन से उनके लिये प्रेरणा*
*जिंदगी जिंदादिली का नाम है, कुछ लोग लक्झरी में भी दुखी तो कोई फकीरी में भी मस्तमौला दुख की हल्की सी ठेस से बीखर जाती है युवा पीढ़ी*
(मनोज पुरोहित)
पेटलावद। जिंदगी जिंदादिली का नाम है मुर्दादिल या खाक जिया करते है । यह कहावत बहुत पूरानी है अक्सर फिल्मों में भी देखने सुनने को मिलती है ।
*कोई लक्झरी में दुखी तो कोई फकीरी में मस्तमौला*
इंसानी जीवन में सुख और दुख दो पहलू है अपनी कर्म व्यवस्था के अनुसार सुख दुख भोगता है तमाम सुख सुविधाओं, लक्झरी लाईफ स्टाईल के बाद भी कुछ लोग दुखी रहते हैं और रोना रोते रहते है , ओर क़ई लोग फकीरी ,अभावो ओर दुनियाभर की परेशानियों के बाद भी मस्तमोला रहते है ओर जीवन के हर क्षण को अंतिम समझ उस पल को खुशी खुशी जीते है । इस तरह से जीवन के जीने का हर व्यक्ति का अपना अंदाज होता है।
दुख की हल्की सी ठेस से बिखर जाती नई पीढ़ी
हमारे आसपास क़ई लोग ऐसे होते है जिनसे जीवन जीने की कला सीखी जा सकती है । आज कि पीड़ि जहाँ दुख और परेशानियों की हल्की सी ठेस से आहत ओर मायूस होकर सुसाइड कदम उठा लेते है जबकि पुराने दौर के बुजुर्गों ने दुखो के वह मंझर भी देखे हैं जिसकी कल्पना भी नही की जा सकती , ओर ऐसे बुजुर्ग नई पीढ़ी ओर हमारे लिए आदर्श है। जिनसे जीवन जीने के तरीका सीख जा सकता है ।
*व्रधाश्रम में है क़ई बुजुर्ग, परिजनों की अनदेखी ओर पीड़ा को कर रहे सहन*
इसके अलावा क़ई वरिष्ठ बुजुर्ग अपने परिवार की अनदेखी से व्रधाश्रम में रहने को मजबूर है तो क़ई बुजुर्ग तन और मन से लाचार होकर जीवन की पीड़ा भोग रहे है ओर विदाई के अंतिम समय का इन्तेजार कर रहे है ।
*कुछ पर होती है प्रभु की असीम कृपा*
लेकिन कुछ बुजुर्ग ऐसे भी है जिनके ऊपर ईश्वर की असीम कृपा होकर तन से स्वस्थ , मन से प्रश्न ओर धन से सम्पन्न होकर जीवन को अलग अंदाज में जी रहे है । ऐसे ही बुजुर्ग या यूं कहें कि युवा बुजुर्ग है क्षेत्र की जानीमानी हस्ती, समाजसेवी, वरीष्ट श्रावक , सामाजिक ,धर्मीक कार्यो में अग्रणी, ख्याती प्राप्त व्यापारी श्री पारसमल जी कोटड़िया रायपुरिया ।
*हुआ जोरदार आयोजन , जानी मानी हस्तियो ने की शिरकत*
श्री कोटड़िया ने अपनी 75 वी वर्षगाँठ 01 जनवरी 24 को नगर के निःजी गार्डन में मनाई ओर इस आयोजन में क्षेत्र शहित दूरदराज की जानी मानी हस्तियों ने शिरकत । जिस अंदाज में ये आयोजन हुआ उसकी चहुओर खूब चर्चा हो रही ।
जोरदार इंट्री , परिवारजनों को प्रेम, केक कटिंग , लजीज व्यंजन ओर शानदार व्यवस्था ने इस आयोजन में चार चांद लगा दिये ।
*किया सम्मानित*
क्षेत्र समानिय श्री पारसमल जी कोटड़िया के 75 वी वर्षगाँठ पर न सिर्फ बधाई देने वालो का ताता लगा बल्कि साथ ही साथ लायन्स क्लब ग्रेटर , पत्रकार संघ , उत्तम ग्रुप, बैंक संस्थान, व्यापारी संघ, भाजपा के पदाधिकारियों , ग्राम पंचायत रायपुरिया, फ्रेंड्स ग्रुप रायपुरिया, बालाजी ग्रुप झंडा बाजार , युवा मोर्चा रायपुरिया, सम्पर्क ग्राम रायपुरिया , जेन समाज , तेरापंथ सभा करवड़ ,तेरापन्थ सभा कलकत्ता , पुलिस विभाग पेटलावद, रायपुरिया, झाबुआ मन्दसौर, चिकित्सा विभाग पेटलावद ,रायपुरिया,वरीष्ट जनप्रतिनिधियों, सहित गणमान्य नागरिकों, दूरदराज से आये रिश्तेदारों, दोस्तो , परिजनों ने श्री कोटड़िया को शाल ,श्रीफल, पुष्पहार , गुलदस्ता , भेंटकर मोमेंटो भेट कर सम्मानित किया तो केबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ओर सांसद गुमानसिंह डामोर ने मोबाइल पर शुभकामनाएं ओर बधाई दी ।
*लोगो की मिली सराहना*
हालांकि हर शानदार आयोजन के पीछे धन का सामर्थ्य भी होता है । लेकिन फिर भीआयोजन में उपस्थित हर व्यक्ति यह कह रहा था कि 75 वर्ष की आयु में जीवन को जोरदार तरीके से जीने की कला कोई कोटड़िया जी से सीखे ।
*इनका है कहना*
आप सबसे मिली बधाई ,शुभकामनाओ ,प्रेम और सम्मान के लिये में अभिभूत हु । ओर ह्रदय की गहराई से आप सभी का आभारी हु । आजीवन इस स्नेह को बनाये रखे ।
*पारसमल कोटड़िया रायपुरिया*