,, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के 3 हत्यारों को चंडीगढ़ से किया गिरफ्तार, लाए जाएंगे राजस्थान, बच निकलने का बनाया था लंबा चौड़ा प्लान
जयपुर ,,शारदा चौहान,,, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 5 दिसंबर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की कुछ बदमाशों ने गोली चलाकर हत्या कर दी थी। हत्या करने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। राजस्थान पुलिस की स्पेशल टीम और दिल्ली पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो शूटर और एक मददगार को गिरफ्तार किया। चंडीगढ़ में पकड़ाए गए बदमाशों को राजस्थान लाया जाएगा। जिसके बाद पुलिस और इंटेलिजेंस पूछताछ करेंगे ।आरोपियों की पहचान रोहित राठौर, नितिन फौजी तथा उधम सिंह के रूप में बताई गई है।
,,,,,इस वजह से था पुलिस पर दबाव
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की 5 दिसंबर को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या की, जिसके बाद से ही जयपुर से लेकर जोधपुर, बीकानेर समेत कई जिलों में राजपूत समाज के द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा था। जिस वजह से पुलिस पर हत्यारों को पकड़ने का भारी दबाव बना हुआ था। इसी दबाव के चलते हत्याकांड के तीन बदमाशों को पकड़ने में राजस्थान पुलिस की SIT को बड़ी सफलता हाथ लगी है। राजस्थान पुलिस के साथ दिल्ली पुलिस ने भी साथ दिया।
, ,,,ऐसे पकड़ाए गए अपराधी,,,
मिली जानकारी के अनुसार बदमाश पुलिस से बचने के लिए कुल्लू की तरफ गए थे। बदमाशों ने पुलिस की नजर से भाग निकलने का बहुत लंबा चौड़ा प्लान बनाया था, लेकिन उनका यह प्लान ज्यादा समय तक चल नहीं पाया। कुल्लू जाने से पहले दोनों हिसार में बदमाश उधम के पास पहुंचे, यहां से इन दोनों को टैक्सी लेनी थी ताकि किसी को भी इन पर शक ना हो सके। लेकिन बाद में प्लान थोड़ा बदल गया और टैक्सी की वजह दोनों शूटर उधम की गाड़ी में ही कुल्लू की तरफ रवाना हो गए। लेकिन यह कुल्लू जा ही नहीं पाए क्योंकि इन्हें पकड़ने के लिए सभी राज्यों की पुलिस लगी हुई थी। इसके बाद यह वापस कल शाम को चंडीगढ़ पहुंचे थे। चंडीगढ़ पहुंचने के बाद यह ज्यादा देर तक पुलिस की नजरों से बच नहीं सके और चंडीगढ़ में ही राजस्थान और दिल्ली पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया।
,,,,,विदेश जाने का बना रहे थे प्लान,,,,,
आरोपियों से पूछताछ करने पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपियों ने बताया की हत्या करने के लिए उन्हें 50-50 हजार रुपए दिए गए थे। चंडीगढ़ के बाद भागने की फिराक में हत्यारों का गोवा जाने का प्लान था, जहां उन्हें दक्षिण भारत के इलाकों में अपने आप को छुपाना था। इतना ही नहीं नकली पासपोर्ट बनवाकर आरोपियों का विदेश जाने का भी प्लान था। चंडीगढ़ में पुलिस को चकमा देते हुए जिस तरह से यह वहां चुप रहे थे और भागने की कोशिश कर रहे थे। सब कुछ सीसीटीवी कमरे में कैद है।